Eksandeshlive Desk
वाराणसी : योग के क्षेत्र में अपनी विलक्षण साधना और दीर्घायु जीवन के लिए प्रसिद्ध पद्मश्री योग गुरु बाबा शिवानंद का शनिवार देर शाम निधन हो गया। 129 वर्ष के सुदीर्घ जीवन जीने वाले बाबा ने बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में अंतिम सांस ली। उम्रजनित स्वास्थ्य समस्याओं के चलते वह पिछले तीन दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनका पार्थिव शरीर शनिवार रात करीब साढ़े 11 बजे दुर्गाकुंड स्थित कबीरनगर कॉलोनी के आश्रम लाया गया। बाबा शिवानंद का अंतिम संस्कार रविवार अपराह्न हरिश्चंद्र घाट पर किया जाएगा। बाबा शिवानंद के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि योग के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान देने वाले काशी के प्रख्यात योग गुरु पद्मश्री स्वामी शिवानंद जी का निधन अत्यंत दुःखद है। आपकी साधना और योगमय जीवन सम्पूर्ण समाज के लिए प्रेरणा है। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति एवं उनके अनुयायियों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
आठ अगस्त 1896 को अविभाजित भारत के बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश के श्रीहट्ट जिले) में जन्मे बाबा शिवानंद को वर्ष 2022 में पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया गया था। तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया था। सम्मान ग्रहण करते समय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य गणमान्य अतिथियों का अभिवादन कर साष्टांग दंडवत प्रणाम कर अपनी विनम्रता, पद्म सम्मान और राष्ट्रपति के प्रति आदर दिखाया था। उनके शिष्यों के अनुसार बाबा शिवानंद अन्न का त्याग कर योग साधना को जीवन का केंद्र बनाए हुए थे। वह न केवल स्वयं साधना में लीन रहते थे, बल्कि समाज को भी योग अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। बाबा के आश्रम के शिष्य डॉ देवाशीष ने बताया कि पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक प्रदेश के विभिन्न शहरों में रहने वाले बाबा के अनुयायियों ने अन्तिम संस्कार में भाग लेने के लिए काशी के लिए प्रस्थान कर दिया है। उनके आने पर रविवार शाम को अन्तिम संस्कार होगा।