Eksandesh Desk
चास: झारखंड आंदोलन के क्रांतिदूत शहीद श्रीप्रसाद महतो, तिलकधारी महतो, एवं जयलाल महतो की 41 वां शहादत दिवस पर सियालजोरी गांव में मनाई गई. इस अवसर पर मुख्य रूप से गोमिया के पूर्व बिधायक डा. लंबोदर महतो पहुंचे, इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने शहीद बेदी पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. इस अवसर पर श्रितिज स्कूल में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए डा. लंबोदर महतो ने कहा कि झारखंड में शहीदों का लंबा इतिहास रहा है जिन्होंने जल, जंगल, जमीन, की रक्षा के लिए भाषा, संस्कृति और झारखंडी अस्मिता के लिए अपना बलिदान दिया है. एैसे बीर सपूतों को नमन है. उनका सपना था कि शोषणमुक्त, समतामूलक समाज का निर्माण हो, समृद्धशाली और खुशहाल झारखंड बने. लेकिन आज भी झारखंड अलग राज्य बने 24 वर्ष बीत गये लेकिन उनके सपनों का झारखंड नही बना. आज उन शहीदों के सपनो का झारखंड बनाने का संकल्प ले. इस अवसर पर झारखंड आंदोलनकारी नेता पार्वती चरण महतो , आजसू के जिलाध्यक्ष सचिन महतो, ज्योतिलाल महतो, झामुमो नेता नेमचंद महतो, जेएलकेएम नेता जगरनाथ रजवार, आजसू नेता मिथिलेश महतो, कुमोद महतो, उमेश महतो, लक्ष्मण महतो,डबबू पोद्दार जेपी खतियानी करण कुमार महतो, बिकास महतो, रमेश महतो , सुरेश महतो, साजन महतो, रंजीत महतो, भाकपा माले नेता दिलीप तिवारी, भीम रजक, लालमोहन रजवार, पशुपति महतो, जीतून अंसारी आदि उपस्थित थे