sunil Verma
रांची : अपनी मेजबानी में भारत को हॉकी स्पर्धा में गोल्ड मेडल दिलाने वाले एवम ‘आॅक्सफोर्ड ब्लू’ की उपाधि से मानित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर सिर्फ और सिर्फ राजनीति ही होती आई है। यह एक बार फिर साबित हो गया जब उनके नाम पर नामित रांची के कचहरी रोड में अवस्थित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम की बिजली विद्युत विभाग द्वारा काट दी गई। एक आदिवासी मुख्यमंत्री के शासनकाल घटित इस घटना ने एक बार फिर भाषणों और कृत्य में भरी अंतर को जगजाहिर कर दिया है।जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम बचाओ संघर्ष समिति के दीपक वर्मा जी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है की बीती रात मरांग गोमके जयपाल सिंह स्टेडियम अंधेरे में डूबा रहा। इसका कारण बना विद्युत विभाग द्वारा की गई असंवेदनशीलता भरी करवाई। उन्होंने मांग की की अविलंब मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम की बिजली बहाल की जाए अन्यथा समिति चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगी। समिति के नीरज वर्मा ने कहा कि उद्घाटन से एक वर्ष तक सभी मेंटेटनेस के कार्यों की जिम्मेदारी संवेदक की थी। पूर्व में भी संवेदक द्वारा निर्माण कार्य के दौरान किए गए अनियमितता से जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम बचाव संघर्ष समिति ने विभिन्न प्रशासनिक स्तर पर अवगत कराया है। पुन: एक बार फिर अंधेरे में डूबे मरांग गोमके जयपाल सिंह स्टेडियम ने पुन: संवेदक के संवेदनशील रवैए को उजागर किया है।