युवा चरित्र निर्माण शिविर के समापन समारोह में वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव एवं सांसद सुदर्शन भगत हुए शामिल

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लोहरदगा: प्रांतीय आर्य वीर दल व शांति आश्रम के संयुक्त तत्वाधान में छः दिवसीय युवा चरित्र निर्माण शिविर का समापन समारोह भव्य तरीके से आयोजित की गई। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री सह स्थानीय विधायक रामेश्वर विशिष्ट अतिथि सांसद सुदर्शन भगत, महाविद्यालय गुरुकुल आश्रम आमसेना (उड़ीसा) के उपाचार्य डॉ. कुंजदेव मनीषी जी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके पश्चात आर्य वीर ने परेड कर अतिथियों को सलामी दी और कार्यक्रम की शुरुआत मे आर्य वीर दल के द्वारा सूर्यनमस्कार, भूमि नमस्कार, कराटे, लाठी चालन भाला चालन आसन्न डम्बल, तीर कमान, चालन, मुगदर, आँखों से सरिया मोड़ना सीने मे पत्थर तोड़ना जैसे साहसिक और अविश्वनीय कला का प्रदर्शन किया। मौके पर मुख्य अतिथि विधायक सह मंत्री रामेश्वर उराव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरुकुल प्रारम्भ से ही शिक्षा का केंद्र रहा है जहां ऋषि मुनियों के सानिध्य मे शिक्षार्थी शिक्षा ग्रहण करते है। आर्य वीर दल के शस्त्र चालन से प्रभावित हुए साथ ही आने वाले दिनों मे गुरुकुल शांति आश्रम मे हो रहे जल समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया।सांसद सुदर्शन भगत ने गुरुकुलीय श्रेष्ठ शिक्षा दीक्षा दिए जाने पर आचार्य शरचचंद्र आर्य का आभार जताया।उन्होंने कहा की शांति आश्रम मौजूदा समय में ब्रम्हचारियों को संस्कार व आदर्श व्यक्तित्व बना रहा है। मौके पर मानसी भारती, कृष्ण चंद्र शास्त्री, खुशी भारती, रविंद्र दत्ता, भूषण प्रसाद साहू, अभय भारती, भुवनेश्वर प्रसाद, अर्जुन देव शास्त्री, आलोक महतो, आचार्य आशीष, आचार्य महादेव, सुरेंद्र दत्ता, नितेश उराव, रीमा केशरी, योगेंद्र उरांव को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन आचार्य शरतचंद आर्य द्वारा किया गया। मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रांतीय सर संघ संचालक लाल सच्चिदानंद अग्रवाल, वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृपा प्रसाद सिंह, पतंजलि योग समिति के राज्य कार्यकारिणी सदस्य सह जिला संरक्षक शिव शंकर सिंह, नवल किशोर सिंह, हनुमान राजगड़िया, कलावती देवी, गुड्डुस प्रसाद, गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता, अरुण वर्मा, जिला परिषद संदीप साहू, डबल मुखर्जी, वीरेंद्र मित्तल, संगीत मित्तल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।