Eksandeshlive Desk
बेरमो : सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र अन्तर्गत एसडीओसीएम परियोजना के आउटसोर्सिंग कंपनी बीएलए के अधीन कार्यरत 53 वर्षीय सोनाराम राम मांझी का के मेमोरियल चास में ईलाज के दौरान मौत होने के बाद शनिवार को कारीपानी माइन्स में परिजन शव के साथ नौकरी व मुआवजा की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। कडी धूप होने के बाद भी माइन्स में सुबह नौ बजे से दिन के ढाई बजे तक लगभग पांच घंटे नौकरी व मुआवजा को लेकर अडे रहे। झामुमो सहित अन्य कई पार्टी कार्यकर्ताओ व संयुक्त यूनियन प्रतिनिधि एवं प्रबंधन सहित चन्द्रपुरा अंचलाधिकारी एवं सीसीएल अधिकारियो की उपस्थिति में वार्ता हुई। वार्ता में मृतक की पत्नी बुधनी देवी को पंद्रह लाख रूपए का चेक एवं दाह संस्कार के लिए नगद तीन लाख रूपए दिया गया। परिजन को आउटसोर्सिंग कंपनी बीएलए में एक नौकरी देने की सहमति के बाद शव को पोस्टमार्टम हेतू चास भेजा गया।बताया जाता है पिछले 30 मई को सोनाराम मांझी अन्य दिनो की तरह काम पर आया था उसे नन एसी वोल्भो बुक था। नन एसी वोल्भो में कारीपानी से कोयला लेकर कल्याणी स्टाक पहुंचने के क्रम में ही चालक वोल्भो चलाते वक्त ही बेहोश हो गया था। स्टाक के पास लोगो ने जब चालक को स्टेयरिंग पकडे बेहोश देखा तो उसे तत्काल केन्द्रीय अस्पताल ढोरी में प्राथमिक ईलाज के बाद के मेमोरियल चास भेज दिया। यहां ईलाज के दौरान 31 मई की शाम मौत हो जाती है। परिजन शव को लेकर कारीपानी माइन्स लेकर आये और नौकरी व मुआवजा को लेकर धरने पर बैठ गए। जेबीकेएसएस के जयराम महतो, झामुमो के जयलाल महतो, मंत्री बेबी देवी के भतीजा प्रदीप महतो सहित समाजसेवी दौलत महतो, पूर्व मुखिया नकुल महतो, यूनियन प्रतिनिधि शिवनंदन चौहान, भीम महतो, सहित कई लोग उपस्थित थे। वार्ता में प्रबंधन की तरफ से परियोजना पदधिकारी शैलेश प्रसाद, एरिया एसओपी प्रतुल कुमार, वरीय प्रबंधक कार्मिक मोहम्मद तौकीर, खान प्रबन्धक राजीव कुमार, एरिया सुरक्षा पदाधिकारी सीताराम यूइके, आउटसोर्सिंग कंपनी के मैनेजर संतोष सिंह आदि शामिल थे।