RANJAN
बड़कागांव: बड़कागांव में 12 वर्षों बाद बनस मेला का आयोजन होने जा रहा है जिसे लेकर जहाँ एक ओर ग्रामीणों में काफी उत्साह है वहीँ दूसरी ओर एक सवाल भी खड़ा हो रहा है, की आखिर 12 वर्षो तक बनस मेला का आयोजन क्यों बंद रहा, और आज जब इतने बड़े मेले का आयोजन किया जा रहा है, तो इसका प्रतिनिधित्व कौन कर रहा है l यह सवाल इसलिए उठ रहा है की बनस मेला कमिटी में समाज को प्रतिनिधित्व करने वाले जिमेद्दार लोगों में से किसी एक वयक्ति का भी नाम नहीं है, जैसे – पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, मुखिया संघ अध्यक्ष रंजीत कुमार, कुशवाहा समाज के अध्यक्ष लालमणि महतो, पूर्व कुशवाहा समाज के अध्यक्ष शशि मेहता, चट्टी समाज अध्यक्ष झमन महतो, बुढवा महादेव शांति समिति अध्यक्ष दामोदर मेहता इत्यादि जैसे गणमान्य लोगों का नाम कमीटी में नहीं है l
7 जून रात्रि को मेंला, 8 जून सुबह को 40 फीट ऊंचे खंभे के लाठ में शिव भगत लोहे के कील से अपने पीठ में छेदा करवाकर परिक्रमा करेंगे। जिसे लेकर राम जानकी मंदिर प्रांगण में मेला समिति का गठन किया गया। अध्यक्षता जय हिंद महतो ने किया। जिसमें सर्व समिति से अध्यक्ष पिंटू कुमार गुप्ता, पुरोहित सतीश मिश्रा, सचिव पवन कुमार, उपाध्यक्ष प्रकाश कुमार महतो, कोषाध्यक्ष दर्शन प्रसाद कुशवाहा, संयोजक जय हिंद महतो, भगत संगठन मंत्री कार्तिक भुइयां, कारू भुइयां, उप सचिव बुधन महतो, उपकोषाध्यक्ष पुजारी चिंतामणि महतो, पुजारी अरविंद कुमार, प्रेम कुमार, चंदा प्रभारी रविंद्र लाल, लोकन महतो, इंद्रनाथ महतो, चंद्र महतो, प्रीतम महतो, सरजू भुइयां, दीपू साव, जुगेश्वर महतो, तुलेश्वर महतो, मीडिया प्रभारी संजय सागर, संगठन मंत्री भुवनेश्वर महतो, नागेश्वर राणा, पुजारी चिंतामणि महतो, जयवर्धन महतो, अरविंद कुमार, प्रीतम महतो प्रवक्ता बंधन महतो, चेतलाल महतो, मनोरंजन मंत्री हरिनाथ राम, चंदन कुमार जायसवाल, मदन महतो, कार्यकारिणी सदस्य में सुखदेव राणा, अंतू महतो, सरजू राम, हरि महतो, भुनेश्वर महतो, लोकन महतो, रतन महतो, इंद्रनाथ महतो, बिगन राणा, बालकुम महतो, घूरघूर महतो, प्रभु राम, सुभाष ठाकुर, संतोष ठाकुर, इंद्रनाथ पासवान, कमल पासवान, संरक्षक मनोज गुप्ता, बिंदु कुमार गुप्ता, रघु मिस्त्री, सुरेश राणा, राजू सोनी, रामधनी विश्वकर्मा, अवध मिश्रा, इंग्लेश सोनी, दर्शन कुशवाहा के अलावा अन्य उपस्थित थे।