by Sunil
रांची : भारतीय जनता पार्टी के नेता हिंदू धर्म के ठेकेदार बनते हैं। हिंदू और हिंदुत्व एक विचार है इसकी कोई शुरूआत और कोई अंत नहीं। उस विचार का ठेकेदार बनने की कोशिश भाजपा की छोटी सोच वाले नेता कर रहे हैं। उक्त विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस बात से स्तब्ध है कि बरसों बाद सदन में किसी ने उनके आका को आइना दिखाया है। हिंदू धर्म पर अपना पूर्ण स्वामित्व समझकर भाजपा इसका दुरुपयोग करते आ रही है। हिंदू धर्म नफरत और हिंसा नहीं सिखाता जबकि भाजपा के नेता इसका उपयोग हमेशा से हिंसा और नफरत को बढ़ावा देने के लिए करते रहे है। हिंदुत्व की विचारधारा सर्वधर्म समभाव के रूप को संसद में राहुल गांधी ने जब तस्वीरों के माध्यम से व्याख्या की तब भाजपा नेताओं को यह रास नहीं आया और पहली बार तानाशाह को सदन में खड़ा होना पड़ा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी अपनी छोटी सोच से इस बड़े विचार पर कब्जा करना चाहते हैं वह हिंदुत्व की परिभाषा की गलत व्याख्या कर अपना विचार लोगों पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस अभी तक देश की संवैधानिक संस्थाओं,जनता के अधिकारों,देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने की लड़ाई लड़ रही थी इस दौरान कांग्रेस ने महसूस किया कि देश की एकता, अखंडता,भाईचारा को बचाए रखने की जिम्मेदारी तो निभानी ही है साथ ही साथ हिंदुत्व के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने वाले भाजपा से भी इस विचार को बचाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से आम जनता के जीवन से जुड़ी हुये सवालों के जवाब देने की बजाय छद्म राष्ट्रवाद और धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेलते रहे। लोकसभा चुनाव में जनता का जवाब नरेंद्र मोदी और भाजपा को मिल चुका है बावजूद इसके अपनी गलतियों को स्वीकारने की जगह अपने सांप्रदायिक एजेंडे पर लगातार काम कर रहे हैं। देश की जागरूक जनता भाजपा के कर्मों से वाकिफ हो चुकी है और वह अब इनके झांसे में नहीं आने वाली है।