By sunil Verma
अस्पताल जाने के क्रम में अगर मरीज़ जल जमाव में फस जाए तो उसका ज़िम्मेदार कौन
Ranchi : अपर बाज़ार स्थित चुरुवाला होटल के समीप से सेवा सदन की ओर व्यापार और व्यापारियों के लिए आदित्य विक्रम आपके द्वार कार्यक्रम के तहत शॉप टू शॉप जाकर व्यापारियों की समस्याओं को सुना एवं उसके समाधान हेतु प्रयास का आश्वासन दिया। इसी क्रम में पहली बारिश होने पर सेवा सदन के समीप जल जमाओ से सारे दुकानदार परेशान थे एवं अस्पताल में जाने वाले मरिजो को काफ़ी परेशानी हो रही थी। इस अवसर पर प्रोफेशनल्स कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदित्य विक्रम जयसवाल ने कहा कि मैं नेता नहीं समाजसेवक बनकर रांची के सेवा कार्य में लगा रहता हॅूं। आज इस बारिश से राजधानी के लोग पूरी तरह से त्रस्त हैं, बारिश में रोड की स्थिति देखिए, हल्की बारिश में सड़क बड़ा तालाब के स्वरूप बन जाता है। 24 सालों के झारखण्ड की स्तिथि आज भी नरकीय है।आदित्य विक्रम ने यह भी कहा कि रांची नगर निगम नरक निगम बन गई है। नगर निगम के पास कोई विजन नहीं है। राज्य सरकार विकास के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है लेकिन नगर निगम विजन के साथ काम नहीं करती है। सेवा सदन के पास व्यापार वर्ग और मरीज लोगों का आना-जाना दुर्भर हो गया है।सड़क पर उतरना हमारे आंदोलन का आगाज है, इसके लिए हमें नगर निगम या जुड़को कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करना हो या ताला लगाना हो हर कुछ करने के लिए तैयार हैं। आदित्य विक्रम जयसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राज्य सरकार योजना ला सकती है लेकिन इसके लिए रांची के जनप्रतिनिधि को कार्य करनी पड़ेगी एवं समस्या को जड़ से ख़त्म करने के लिए वहाँ पहुँचना होगा, लेकिन यहाँ के जनप्रतिनिधि काफी निष्क्रिय है जनसमस्याओं के प्रति कोई ध्यान नहीं दी जाती है, ऐसा ही हाल रहा तो आगामी चुनावों में बदलाव की जरूरत है। एफजेसीसीआई के उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा ने कहा यह बहुत दयनीय स्तिथि है और इस स्तिथि को बिलकुल बर्दास नहीं किया जाएगा यहाँ सेवा सदन अस्पताल है और यहाँ हज़ारो मरीज़ आते है आप देख सकते है मरीज़ आ रहे हैं और गाड़ियाँ रास्ते में रुक जा रही है मरिजो की इसमें क्या स्तिथि होगी मैं त्वरित जल जमाओ हटाकर वैकल्पिक व्यवस्था के ज़रिये सड़क को ठीक करवाने का माँग करता हूँ। मौक़े पर एफजेसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष मनोज नरेडी,जैनेट एंड्रयू, मीनाक्षी सिंह,डॉ रीमा खलखो,कृष्णा सहाय एवं ढेरों दुकानदार मौजूद थे।