आशुतोष झा
काठमांडू: नेपाल में पुष्प कमल दाहाल प्रचंड की सरकार के पतन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने नई सरकार के गठन के लिए राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल के यहाँ दावा पेश कर दिया। प्रचंड के संसद में शुक्रवार को विश्वास मत हासिल नहीं करने की स्थिति में राष्ट्रपति पौडेल ने संविधान के विशेषज्ञों तथा कानूनविदों से गहन परामर्श कर नई सरकार के गहन के लिए आह्वान किया। केपी शर्मा ओली ने 165 सांसदों के हस्ताक्षर युक्त समर्थन पत्र राष्ट्रपति को सौंपा है। प्रतिनिधि सभा की कुल सदस्य संख्या 275 है जिसमें ओली को पीएम नियुक्त करने के पक्ष में 165 सांसदों ने समर्थन व्यक्त किया है। बहुमत के लिए 138 सांसदों की आवश्यकता है। नए सत्ता समीकरण के बन जाने के बाद केपी शर्मा ओली ने नेपाली कांग्रेस के सभापति व पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ राष्ट्रपति भवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। ओली की पार्टी नेकपा (एमाले) तथा नेपाली कांग्रेस सत्ता के प्रमुख साझेदार होंगे जबकि अन्य पार्टियां भी सहयोग करेंगी। नेपाली कांग्रेस तथा नए पीएम ओली की पार्टी सरकार को किस प्रकार संचालित करती हैं, यह प्रश्न नेपाल में जनता के मन में उठ रहे हैं। शनिवार को नेपाली कांग्रेसने संभावित मंत्रियों का चयन करने के लिए पार्टी के कार्यसंपादन समिति की बैठक की है। नेपाली कांग्रेस को ओली की सरकार में 9 मंत्री पद मिल सकता है। ओली की पार्टी 8 मंत्री पद प्राप्त कर सकती है। अन्य सहयोगी दलों को भी मंत्रिपरिषद में जगह मिलेगी।
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