आदिवासी मूलवासी मोर्चा एवं युवा संघ शिकारीपाड़ा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लगाएं गए सरकार व पाकुड़ पुलिस के विरोध में नारे
Eksandesh Desk
शिकारीपाड़ा: पाकुड़ जिला में घटित पुलिस और छात्रों के बीच झड़प की घटना अब तूल पकड़ते जा रही है। आगामी विधानसभा चुनाव 2024 को देखते हुए इसके दूरगामी असर से इंकार नहीं किया जा सकता।
बताते चलें कि शनिवार को पाकुड़ जिला में रात्रि के समय छात्रावास में सोए छात्र-छात्राओं के साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट को लेकर रविवार को आदिवासी मूलवासी मोर्चा एवं युवा संघ शिकारीपाड़ा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने दुमका रामपुरहाट राष्ट्रीय उच्च पथ के बजरंगबली चौक पर पाकुड़ पुलिस का पुतला दहन किया। पुतला दहन के दौरान झारखंड सरकार अब तो मुंह खोलो, पाकुड़ पुलिस अधीक्षक एवं टाउन थाना प्रभारी को निलंबित करो, घायल इलाजरत छात्र-छात्राओं को दो-दो लाख का मुआवजा दो एवं इसकी विस्तृत जांच करो, न्यायपालिका स्वत संज्ञान लेकर कार्रवाई करें आदि नारा लगा रहे थे।
मौके पर युवा संघ के दुलाल बेसरा, राम हांसदा, जोसेफ, आदिवासी मूल आदिवासी मोर्चा के संयोजक हाबिल मुर्मू के साथ राजेश मुर्मू सहित काफी संख्या में नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। सुरक्षा के ख्याल से पूरे शिकारीपाड़ा बाजार में पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में जैप के जवान तैनात किए गए थे।