Eksandeshlive Desk
बोकारो : बोकारो विधानसभा क्षेत्र में 20 नवंबर को मतदान होगा। 588 मतदान केंद्र और 5.73 लाख मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज हो चुकी है। भाजपा, कांग्रेस और जेएलकेएम दलों के प्रत्याशी हर वर्ग के मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं। इस बार के चुनाव में पार्टी के साथ-साथ प्रत्याशियों के नाम और उनके वादों पर ध्यान केंद्रित है। विकास, अतिक्रमण, 1932 खतियान और बाहरी-भीतरी जैसे मुद्दे मतदाताओं के बीच चर्चा में हैं। चुनाव के चार दिन पहले बोकारो टाउनशिप, चास और चीरा चास जैसे शहरी क्षेत्रों में भाजपा के प्रत्याशी और दो बार के विधायक बिरंची नारायण को बढ़त मिलती दिख रही है।
स्थानीय निवासी ब्यास जी ने कहा, “बिरंची नारायण ने बोकारो एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज और स्टेडियम जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम किया है। शहर के विकास के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किए हैं। “दूसरी ओर, ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस की स्वेता सिंह का प्रभाव दिख रहा है। बोकारो टाउनशिप और चास से सटे ग्रामीण इलाकों में और सुदूर क्षेत्रों में कांग्रेस की प्रत्याशी स्वेता सिंह ने अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है। ग्रामीण टिंकू शाहू ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, “गांव की समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। सड़क, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति खराब है। विस्थापितों के साथ धोखा हुआ है। विधायक कभी हमारे यहां नहीं आते।” अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी यही हाल है, जहां विकास कार्यों की कमी और बुनियादी सुविधाओं की दुर्गति मतदाताओं की नाराजगी का मुख्य कारण है। वहीं रामू महतो का कहना है कि जेएलकेएम के प्रत्याशी सरोज कुमारी भी रेस में हैं। जनता कब किसको विजय बनाएगी यह कहना मुश्किल है।