Eksandeshlive Desk
चतरा : जिले के पत्थलगड़ा और गिद्धौर प्रखंड के सीमाने में बंदरचुंआ-गांगपुर पथ पर पोषाहार के हजारों खाली पैकेट मिलने पर सोमवार को अधिकारियों ने जांच की। सड़क के किनारे मिले हजारों पैकेट को देखकर जांच के लिए पहुंचे अधिकारी दंग रह गए। पहली बार भारी मात्रा में आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई किए जाने वाले पौष्टिक आहार के खाली पैकेट मिले थे।
जल्द ही जांच रिपोर्ट सौंपने का दिया निर्देश
बंदरचुंआ से लेकर गांगपुर के बीच कई स्थानों में भारी मात्रा में सड़क में व किनारे बोराबंद पौष्टिक आहार के पैकेट मिले हैं। अभी भी यहां हजारों पैकेट सड़क में और सड़क के किनारे बिखरे पड़े हैं। मामला मीडिया में आने के बाद उपयुक्त रमेश घोलप ने जांच टीम का गठन किया और जल्द ही रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। सोमवार को सिमरिया एसडीएम सन्नी राज ने खाली पैकेटों की जांच की। उनके साथ पत्थलगडा बीडीओ कलिंदर साहू, सीओ उदल राम, गिद्धौर बीडीओ राहुल देव, इटखोरी बीडीओ सह सीडीपीओ सोमनाथ बंकिरा व अन्य पत्थलगडा और गिद्धौर प्रखंड के सीमाने में पहुंचकर खाली पैकेटों और बंद बोरों का निरीक्षण किया। कुछ पैकेट जो कई रंगों के थे और खाली बोरा को उन्होंने जांच के लिए रख लिया। आसपास के लोगों से भी इस बारे में उन्होंने पूछताछ की।
लाभुकों को दिए जाने वाले पोषाहार का मिलान
एसडीओ सन्नी राज आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों के बारे में जानकारी ली। वे पत्थलगडा और गिद्धौर बीडीओ के साथ गांगपुर पहुंचे और एक आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। यहां गर्भवती व धात्री महिलाओं समेत बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार के बारे में जानकारी ली। लाभुकों से भी उन्होंने पूछताछ की। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका और सहायिका से इस बारे में काफी देर तक पूछताछ की। उन्होंने लाभुकों को दिए जाने वाले पोषाहार का मिलान किया।
एजेंसी और सप्लायर से भी पूछताछ होगी
इस मौके पर उपस्थित जिला समाज कल्याण पदाधिकारी व आंगनबाड़ी सुपरवाइजर संगीता कुमारी को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में स्टॉक रजिस्टर, वितरण पंजी की जांच समेत लाभुकों से पूछताछ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इतने सारे खाली पैकेट यहां कैसे आए इस मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी। साथ ही कहा कि सड़क के किनारे मिले पोषाहार के खाली पैकेट के बारे में संबंधित एजेंसी और सप्लायर से भी पूछताछ होगी। सभी सीडीपीओ और पर्यवेक्षिका को आंगनबाड़ी केंद्र में पोषाहार संबंधित जांच का निर्देश दिया गया है।