राष्ट्रीय लोक अदालत में 5336 मामलों का निष्पादन, 11.30 करोड़ राशि का हुआ समायोजन

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Eksandeshlive Desk

खूंटी : जिला विधिक सेवा प्राधिकार खूंटी के तत्वावधान में स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर में शनिवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रसिकेश कुमार की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान गठित कुल पांच बैंचों द्वारा मामलों की सुनवाई करते हुए 5336 मामलों का निष्पादन किया गया। साथ ही 11 करोड़ 30 लाख आठ हजार 298 रुपये राशि का समायोजन किया गया। निष्पादित मामलों में न्यायालय में लंबित 786 वाद भी शामिल हैं।

इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रसिकेस कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर अपने संबोधन में पीडीजे ने कहा कि यह वर्ष का तृतीय एवं अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत है। इसमें लंबित वादों के दोनों पक्षों की जीत होती है। डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत विभिन्न प्रकार के वादों को सुलझाने का एक सक्षम और सुलभ माध्यम है। राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए पांच बैंचों का गठन किया गया, जिसमें दीवानी एवं फौजदारी न्यायालय के सभी सुलहनीय प्रकृति के मामले, बैंक ऋण, मोटर यान दुर्घटना, नगर पंचायत, परिवहन विभाग, वन विभाग, उत्पाद विभाग और बिजली संबंधित मामले प्रस्तुत किए गए।

लोक अदालत में विभिन्न मामलों के निष्पादन के लिए गठित प्रथम बैंच में अपर जिला जज तृतीय प्राची मिश्रा, अधिवक्ता मुकुल कुमार पाठक एवं शशि कला कुमारी शामिल रहे। द्वितीय बैंच में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार, अधिवक्ता मदन मोहन राम एवं कविता कुमारी शामिल थे। तृतीय बैंच में अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी विद्यावती कुमारी, अधिवक्ता आशीष कुमार एवं सुमित कुमार कश्यप शामिल थे। चतुर्थ बैंच में अस्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष केके सिंह सदस्य मधु चंदा कुमारी रजक, एवं रूबी कुमारी शामिल रहे जबकि पंचम बैंच में उपभोक्ता फोरम की अध्यक्षा रीता मिश्रा सदस्य सुरेश कुमार राय एवं सदस्य राधा रानी शामिल रहे।

कोर्ट परिसर में लगा चिकित्सा सह रक्तदान शिविर

इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोर्ट परिसर में चिकित्सा सह रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपना इलाज कराया और चिकित्सीय परामर्श लिया। इसके साथ डालसा के सभागार भवन में न्यायिक पदाधिकारियों द्वारा खूंटी जिले के जांच अधिकारियों को एनडीपीएस, पॉक्सो एक्ट और एमएसीटी से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया।