Eksandeshlive Desk
इस्लामाबाद : आखिरकार पाकिस्तान की संघीय सरकर और विरोधी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रतिनिधि सोमवार को सुलह की मेज पर आ गए। बैठक नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ऐयाज सादिक की मौजूदगी में शुरू हुई है। सादिक ने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की यह पहल कामयाब होगी। सरकार और पीटीआई के बीच टकराव का अंत होगा।
जियो न्यूज चैनल की खबर के अनुसार, यह बैठक संसद भवन में तय समय से कुछ विलंब से शुरू हुई। बैठक में उप प्रधानमंत्री इशाक डार, प्रधानमंत्री के सलाहकार राणा सनाउल्लाह, सीनेटर इरफान सिद्दीकी, पीपीपी नेता राजा परवेज अशरफ, नवीद कमर और एमक्यूएम-पी नेता फारूक सत्तार मौजूद हैं। पीटीआई का प्रतिनिधित्व आज के सत्र में पूर्व स्पीकर असद कैसर, सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के अध्यक्ष साहिबजादा हामिद रजा और मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन अल्लामा राजा नासिर अब्बास कर रहे हैं। नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अयूब, पीटीआई महासचिव सलमान अकरम राजा, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंडापुर और वरिष्ठ नेता हामिद खान को बैठक में हिस्सा लेना है। मगर वह अब तक नहीं पहुंचे हैं।
बातचीत की प्रक्रिया आधिकारिक तौर पर शुरू होने से पहले पवित्र कुरान का पाठ किया गया। इस दौरान मुल्क की बेहतरी और बातचीत की सफलता की प्रार्थना की गई। उल्लेखनीय है कि गतिरोध को समाप्त करते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कल मुख्य विपक्षी दल के साथ बातचीत करने के लिए गठबंधन सरकार के वरिष्ठ सदस्यों की उच्चस्तरीय समिति का गठन किया। ऐसे संकेत मिले हैं कि संघीय सरकार किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने से पहले यह चाहती है कि पीटीआई संस्थापक इमरान खान स्थगित किए गए अपने सविनय अवज्ञा आंदोलन को वापस लें।