Eksandeshlive Desk
रांची : नाबालिग प्रेमिका ने शादी से इनकार किया तो प्रेमी ने घर से दस किलोमीटर दूर स्थित जंगल में फांसी लगाकर जान दे दी। इधर सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाई प्रेमिका ने भी घर से कुछ दूर जंगल में फांसी लगाकर जान दे दी। प्रेमिका की शादी ठीक हो जाने से प्रेमी लड़का काफी निराश चल रहा था। लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था, लेकिन लड़की एक ही गांव के होने के कारण शादी करने से इन्कार कर गई थी, तो निराश प्रेमी ने जान दे दी।
मामला पलामू जिले के पाटन थाना अंतर्गत किसैनी के गोबरमारा टोला का है। पाटन पुलिस दो दिन पूर्व 14 फरवरी को 17 वर्षीय नाबालिग प्रेमिका नीलम कुमारी, पिता राजा सिंह का शव पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया था। वहीं 18 वर्षीय प्रेमी जीतेंद्र सिंह, पिता श्याम बिहारी सिंह बीते 13 फरवरी से बकरी चराने के बहाने घर से फरार था। पाटन पुलिस द्वारा काफी खोजबीन के बाद रविवार को घर से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित जंगल में शव पेड़ से लटका पाया गया। पाटन पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। ऐसे मृतक जीतेंद्र के परिजन 14 फरवरी को पाटन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
जानकारी मिली कि कुछ दिनों पूर्व मृतक जीतेंद्र सिंह अपनी प्रेमिका को गांव के मंदिर में रात को बुलाकर शादी करने के लिए कसम खिला रहा था। लड़की शादी के लिए राजी नहीं हुई तो प्रेमी जीतेंद्र ने लड़की को उसी समय धमकी दी कि शादी नहीं करोगी तो हम फांसी लगाकर जान दे देंगे। लड़का 13 फरवरी की शाम को लड़की के पास फोन कर फांसी लगाने की बात बताई। इधर, लड़की ने किसी को कुछ नहीं बताया और सदमें में घर से कुछ दूरी पर जाकर सखुआ पेड़ के फंदे से झुलकर जान दे दी। घटना की जानकारी के बाद मृतकों के घर पहुंचे जिला परिषद सदस्य संग्राम सिंह ने शोक-संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। संग्राम सिंह ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की। कहा कि अभिभावकों को सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि बच्चे नादानी में कोई गलत कदम ना उठा लें, जिससे समाज-परिवार की छवि धूमिल हो। थाना प्रभारी लालजी ने पंचनामा करवाकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।