Eksandeshlive Desk
रांची : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक 22 अप्रैल को होगी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बेलगामी अधिवेशन और कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में लिए गए फैसले के आधार पर लिया गया है।केशव कांग्रेस भवन में रविवार को संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश, जिला, विधानसभा स्तर पर संविधान बचाऔ रैली का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा तैयार की जाएगी।
निशिकांत का बयान देश में विद्वेष को फैलाने वाला : इस दौरान कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश संजीव खन्ना पर दिए गए बयान की पार्टी निंदा करती है। विधायक ने कहा कि उनका यह बयान भड़काऊ और असंवैधानिक है जो गहरी चिंता का विषय है। यह बयान न्यायपालिका का सिर्फ अपमान नहीं है बल्कि संवैधानिक संस्थाओं को डराने- धमकाने वाला है। न्यायालय की स्वतंत्रता को छिनने वाला है। उनका बयान दर्शाता है कि यह भाजपा नेतृत्व के इशारे पर दिया गया है। पार्टी का मानना है कि बगैर नेतृत्व की सहमति के सांसद की ओर से इस तरह का वक्तव्य नहीं दिया जा सकता। भाजपा की रणनीति का यह हिस्सा है। यह बयान देश में विद्वेष को फैलाने वाला है। संवाददाता सम्मेलन में विधायक सुरेश बैठा, अनादि ब्रह्म, राकेश सिन्हा, सतीश पाल मुजनी, सोनाल शांति, गजेंद्र सिंह राजन वर्मा भी उपस्थित थे।
निशिकांत का बयान न्यायपालिका पर हमले जैसा : प्रदेश कांग्रेस के महासचिव आलोक कुमार दुबे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर से भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना पर की गई टिप्पणी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सांसद की टिप्पणी देश की न्यायपालिका और संविधान पर हमले की तरह है। उन्होंने कहा कि यह बयान लोकतंत्र को कमजोर करने और समाज में हिंसा, नफरत एवं बंटवारा फैलाने की साजिश लगती है। दुबे ने रविवार काे कहा कि भाजपा के नेता बार-बार ऐसे भड़काऊ बयान देकर समाज में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। यह वही प्रवृत्ति है, जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी चेताया था कि भाजपा लगातार संवैधानिक संस्थाओं की नींव को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। सुप्रीम कोर्ट जैसे सर्वोच्च संवैधानिक संस्थान को निशाना बनाना ठीक नहीं है।