Eksandesh Desk
हजारीबाग: 2017 से हत्या में दोषी पाए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी 30 वर्षीय भैरवनाथ दरौंधी पिता राजेंद्र दरौंधी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बरवड्डा धनबाद निवासी भैरवनाथ दरौंधी जेपी कारा के प्रथम तल पर गमछा से लटकर उसने इस घटना को अंजाम दिया। बताया जाता है कि कैदी के परिजन सोमवार को जेपी कारा आए थे तथा मुलाकात करने के बाद जेपी कारा से परिजन अपने घर लौट गए वहीं कैदी ने लटककर अपनी जान दे दी । फांसी लगाए जाने की सूचना पर आनन फानन में जेल प्रशासन ने बंदी को मेडिकल कॉलेज भेजा जहां चिकित्सकों ने जांच के दौरान कैदी को मृत घोषित कर दिया। कैदी धनबाद का रहने वाला था । घटना के बाद जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने इसकी पुष्टि की है और कहा की घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है।