Ashutosh Jha
काठमांडू : नेपाल में आई भीषण बाढ़ से जनजीवन तबाह हो गया है। भोटेकोशी बाढ़ में बहे ज़्यादातर ट्रकों और कंटेनरों में कपड़े और खाने-पीने की चीज़ें पाई गईं। नेपाल ट्रक कंटेनर परिवहन सेवा के अध्यक्ष अर्जुन सापकोटा ने बताया कि बाढ़ में बहे 22 ट्रकों और कंटेनरों में से ज़्यादातर में कपड़े और जूते थे, और एक वाहन में बैग बनाने में इस्तेमाल होने वाला कपड़ा था। उन्होंने बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि चीन की धरती पर नदी के जाम होने से जमे पानी में 15 से 16 ट्रक और कंटेनर डूब गए हैं। उन्होंने कहा, “उनमें से एक में कपड़े थे और बाकी में सेब और लहसुन।”
उन्होंने बताया कि ट्रक और कंटेनर व्यवसायियों ने हेलीकॉप्टर से घटनास्थल पर पहुँचने की कोशिश की, लेकिन उन्हें गृह मंत्रालय से कोई सहायता नहीं मिली। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें सरकार और व्यापारियों से नुकसान का सटीक विवरण नहीं मिल सका। उन्होंने कहा कि समस्या यह पता लगाने में थी कि किन वाहनों में पानी बह गया।हालाँकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि भोटेकोशी बाढ़ में कितने वाहन बह गए हैं, लेकिन रसुवागढ़ी कस्टम्स के ड्राई पोर्ट पर 15 से 20 वाहन दबे हुए पाए गए हैं। रसुवा के मुख्य ज़िला अधिकारी अर्जुन पौडेल ने बताया कि कुछ वाहन पूरी तरह से दबे हुए पाए गए हैं और कुछ आधे ही दबे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस इलाके को रेड एरिया घोषित कर दिया है। पौडेल के अनुसार, दबे हुए वाहनों के मालिकों से संपर्क करके उनके अंदर रखे सामान को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने की कोशिश की जा रही है। भोटेकोशी बाढ़ में फंसे 136 देशी-विदेशी नागरिकों को 24 उड़ानों से बचाकर काठमांडू लाया गया है। रसुवा के मुख्य जिला अधिकारी अर्जुन पौडेल ने बताया कि बचाए गए लोगों में 127 विदेशी नागरिक हैं। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान आज सुबह भी जारी है। मुख्य जिला अधिकारी के अनुसार, बाढ़ के बाद फंसे 150 देशी-विदेशी नागरिकों को सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया है।