क्या झारखंड में भी अच्छे दिन आने वाले हैं.क्योंकि बीजेपी की तैयारियों को देखकर तो ऐसा ही लग रहा है, बीजेपी झारखंड में कमल खिलाने के बेताब है. अगले साल यानी 2024 में देश में लोकसभा के चुनाव और झारखंड में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इन दोनों चुनावों को लेकर झारखंड में भाजपा के स्टार प्रचारकों की लाइन लगती जा रही है. राज्य के नेता विधायक के साथ साथ अब झारखंड की धरती में भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों का भी प्रवास हो रहा है.
राज्य में बीजेपी का महाजनसंपर्क अभियान भी चल रहा है.जिसमें मोदी सरकार के 9 सालों की अपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है.अब इसी क्रम में आगामी 22 जून को झारखंड में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आ रहे हैं. जेपी नड्डा 22 जून को गिरिडीह आएंगे, वहां नड्डा जनसभा को संबोधित करेंगे. इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी आज यानी 19 जून को गिरिडीह पहुंचेंगे. पार्टी की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाजनसंपर्क अभियान के व्यस्त कार्यक्रम के बीच दीपक प्रकाश 19 से 23 जून तक गिरिडीह के प्रवास पर रहेंगे.
दीपक प्रकाश की गिरिडीह प्रवास पर एक नजर डालें तो,
दीपक प्रकाश आज यानी 19 जून को गिरीडीह में शाम 4 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष की होनेवाली जनसभा की तैयारियों में शामिल होंगे. दूसरे दिन 20 जून को प्रदेश अध्यक्ष 11 बजे गांडेय में और दोपहर 3 बजे जमुआ क्षेत्र में महाजनसंपर्क अभियान के तहत वरिष्ठ जन की बैठक को संबोधित करेंगे. वहीं 21 जून को विश्व योग दिवस है इस मौके पर दीपक प्रकाश मधुबन में योग कार्यक्रम में शामिल होंगे और योग करेंगे. यहां योग करने के बाद वे हजारीबाग पहुंचेंगे और वहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. फिर 22 जून को गिरिडीह झंडा मैदान में आयोजित विशाल जनसभा कार्यक्रम में शामिल होंगे. जिसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित करेंगे. सभी कार्क्रमों में शिरकत करने के बाद दीपक प्रकाश 23 जून की शाम रांची लौट जाएंगे.
वहीं कुछ दिनों पहले 13 जून को भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी अपने तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड पहुंची थी. वसुंधरा ने झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र में बीजेपी की सरकार रहेगी, तो देश में लगातार विकास होता रहेगा. 2014 से 2023 के दौरान देश में विकास परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के अंतिम पायदान तक के लोगों को जन सुविधाएं मुहैया कराई है.
इसके साथ ही वसुंधरा ने प्रदेश की हेमंत सोरेन सरकार पर भी खूब निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि- जिस राज्य का सीएम अपने लिए खदान आवंटित कराता हो, उस प्रदेश का उत्थान कभी संभव नहीं हो सकता. जेएमएम के गढ़ कैराबनी में जनसभा को संबोधित करते हुए राजे ने कहा कि पिछले 40 वर्षों से सोरेन परिवार का यहां राज कायम है. लेकिन फिर भी खनिज संपदा संपन्न इस क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. इतने समय में वे चाहते तो इस क्षेत्र को स्वर्ग बना सकते थे. लेकिन वे अपने लिए रोजगार ढूंढने में लगे रहे.’
राज्य की बिजली कटौती से परेशान होकर वसुंधरा ने कहा कि – झारखंड में पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार में जनता को 22 घंटे बिजली मिलती थी. लेकिन अभी की सरकार में एक रात में 15 बार बिजली कटती है. इसका मतलब है कि किसानों तक बिजली नहीं पहुंच रही है.
इसके साथ भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी भी जनसंपर्क अभियान के तहत जिलों का दौरा कर रहे हैं और ट्वीटर पर लगातार राज्य की हेमंत सोरेन की सरकार पर हमला बोल रहे हैं. बाबूलाल ने बीते 18 जून को झामुमो को लेकर एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री और उनके समर्थकों पर निशाना साधते हुए लिखा- झामुमो का नया नारा आया है…. प्रण है हमारा – हेमंत दुबारा। लेकिन प्रण क्या है वास्तव में? प्रण किया है, फिर झारखंड को लूटने का। प्रण किया है, फिर बिचौलियों को पूजने का। प्रण किया है, अवैध कोयला, बालू, पहाड़ बेचने का। प्रण किया है, जनता को चूसने का, फिर लूटने का। प्रण किया है, दलालों के हाथों में सत्ता देने का। प्रण किया है, राजस्व चोरी का, धनउगाही का। प्रण किया है, अपराधियों, माफियाओं को पोषित करने का।प्रण किया है, फिर एक बार जंगलराज लाने का। प्रण किया है, जन जन को डराने का, झारखंड को खंडहर बनाने का। प्रण किया है, विनाश लाने का, बर्बादी का इतिहास बनाने का। जय झारखंड – जय सोरेन राज.
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के सिलसिले में गृह मंत्री आमित शाह भी दो बार झारखंड का दौरा कर चुके हैं, वहीं महाजनसंपर्क अभियान को लेकर झारखंड में महाराष्ट्र बीजेपी के नेता श्रीराम शिंद, यूपी के विधायक सिद्धार्थ राज सिंह, रेल राज्यमंत्री राव साहेब पाटिल दानवे भी प्रवास कर चुके हैं.
अब यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा कि बीजेपी के स्टार प्रचारकों का जादू झारखंडवासियों पर चल पाया या नहीं.