गाजा में युद्धविराम के बाद इजराइली सैनिकों के पीछे हटते ही हजारों फिलिस्तीनी घर लौटे

INTERNATIONAL

Eksandeshlive Desk

गाजा पट्टी/वाशिंगटन : गाजा पट्टी में शुक्रवार को युद्धविराम के प्रभावी होते ही इजराइल की सेना ने पीछे हटना शुरू कर दिया। इस दौरान हजारों फिलिस्तीनी अपने घर लौट आए। अपने शहरों में हुए विनाश को देखकर वह निराश महसूस कर रहे हैं। युद्धविराम लागू होते ही बिना एक पल गंवाए हजारों फिलिस्तीनियों ने गाजा के दक्षिण से गाजा शहर की ओर लंबी और धूल भरी पैदल यात्रा शुरू की। रास्ते में खंडहरों में तब्दील शहर देखकर लोगों की आंखें फटी की फटी रह गईं। सीएनएन न्यूज चैनल के प्रसारण में घरवापसी पर व्यापक चर्चा की गई है। सात अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद से इस पट्टी में युद्ध छिड़ गया था। इससे उत्तरी गाजा की लगभग पूरी आबादी विस्थापित हो गई थी। पिछले दो वर्षों में यह इलाका मलबे में तब्दील हो चुका है। रिपोर्ट के अनुसार, हवाई फुटेज में सिर्फ खंडहर नजर आ रहे हैं। वहां न तो कोई बुनियादी ढांचा है, न बिजली और न ही पानी की कोई व्यवस्था। अहमद अबू वत्फा ने कहा, “मैं दुआ करता हूं कि अल्लाह हमारे दुख और तकलीफ दूर करे और लोग अपने घरों को लौट जाएं। अगर घर तबाह भी हो जाएं, तो भी अल्लाह की मर्जी से हम लौटेंगे।” अबू लौटे तो हैं पर उन्होंने शेख रादवान के यहां पनाह ली है। उन्होंने कहा कि बेहद खुशी हो रही है, हालांकि उन्हें पता है कि शायद अब उनके लिए घर जैसा कुछ भी नहीं है।

इजराइली सेना के हटने के बाद 33 फिलिस्तीनियों के शव बरामद : इस बीच इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) के एक प्रवक्ता ने कहा कि लोगों को तटीय अल-रशीद स्ट्रीट और गाजा पट्टी के केंद्र में सलाह अल-दीन रोड के जरिए दक्षिण से उत्तर की ओर जाने की अनुमति दी गई है। सनद रहे कि इजराइल ने युद्ध की शुरुआत में उत्तरी गाजा के अधिकांश निवासियों को इलाका छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। इस साल जनवरी में हुए युद्धविराम के दौरान उसने कुछ समय के लिए लोगों को कुछ हिस्सों में लौटने की अनुमति दी थी। फिर सितंबर में इजराइल ने गाजा शहर को पूरी तरह खाली करा लिया था। आईडीएफ ने कहा था कि निकासी आदेश के बाद 6,40,000 लोग शहर छोड़ चुके हैं।उत्तरी अल-शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सलमिया ने बताया कि शुक्रवार को गाजा शहर के कुछ इलाकों से इजराइली सेना के हटने के बाद कम से कम 33 फिलिस्तीनियों के शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ शवों की पहचान करना असंभव है। घरवापसी करने वाले ताल अल हवा निवासी मजदी फुआद मोहम्मद अल-खौर बेहद परेशान हैं। अपने घर के मलबे के बीच खड़े मजदी ने कहा कि उनके दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी युद्ध में मारे गए। उनका घर तबाह हो गया और उनका लगभग सब कुछ खत्म हो गया। उन्होंने कहा, “इस घर को बनाने में 40 साल लगे हैं। अब मैं 70 साल का हूं। अब मैं काम नहीं कर सकता और मेरा स्वास्थ्य मुझे इसकी इजाजत नहीं देता। मैं कहां जाऊं? मैं बूढ़ा और बीमार हूं। पत्नी भी बीमार है और आंखों से देख नहीं सकती।” इजराइली सेना ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में युद्धविराम लागू है और जवान समझौते के अनुरूप पीछे हट रहे हैं। बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए 72 घंटे की अवधि शुक्रवार से शुरू हो गई। इस समझौते के तहत इजराइल में लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को भी रिहा किया जाएगा।

ट्रंप की मिस्र और इजराइल यात्रा की योजना : इजराइल और हमास के बीच गाजा पट्टी के लिए युद्धविराम समझौता लागू होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह मिस्र और इजराइल यात्रा की ‘योजना’ बना रहे हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि वह दुनिया भर के उन कई नेताओं से मिलेंगे, जिन्हें इज़राइल और हमास के बीच हुए समझौते का जश्न मनाने के लिए काहिरा आने का निमंत्रण मिला है। राष्ट्रपति इस समझौते के उपलक्ष्य में इज़राइल की एकसदनीय विधायिका नेसेट को संबोधित करने की भी मंशा रखते हैं। समझाैते से क्षेत्र में दो साल से चल रहे सशस्त्र संघर्ष के समाप्त होने की उम्मीद है। ट्रंप ने आशा व्यक्त की कि युद्धविराम कायम रहेगा और गाजा का पुनर्निर्माण किया जा सकेगा। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह कायम रहेगा। वे सभी लड़ाई से थक चुके हैं।” रिपोर्ट में कहा गया है कि यह समझौता अमेरिका, मिस्र, कतर और तुर्की द्वारा मध्यस्थता के बाद हुआ, ताकि पिछले हफ्ते ट्रंप द्वारा पेश की गई 20-सूत्रीय शांति योजना की शर्तों को अंतिम रूप दिया जा सके। राष्ट्रपति ने कहा कि वह इस क्षेत्र में ज़्यादा समय नहीं बिताएंगे क्योंकि उन्हें मंगलवार तक वाशिंगटन लौटना है, जहां वह दिवंगत रूढ़िवादी कार्यकर्ता चार्ली किर्क को मरणोपरांत अमेरिका के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, “मेडल ऑफ़ फ़्रीडम” से सम्मानित करेंगे। इस बीच युद्धविराम के गुरुवार से प्रभावी हाेने के कारण उम्मीद है कि हमास 7 अक्टूबर 2023 को इज़राइल पर हमले के दौरान बंधक बनाए गए लगभग 20 इजराइलियाें को रिहा करेगा और साथ ही क़ैद में मारे गए दो दर्जन से ज़्यादा लोगों के शवाें को भी सुपुर्द करेगा। इसके जवाब में इज़राइल लगभग 2,000 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और गाज़ा में मानवीय सहायता फिर से पहुंचने का रास्ता साफ करेगा।

Spread the love