कॉलेज प्रबंधन के दबाव में प्रशासन ने विद्यार्थियों को रोका
Eksandeshlive Desk
रांची: साईन अब्दुर्रज्जाक अंसारी नर्सिंग कॉलेज ओयना (रांची) के बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र शुभम कुमार सिंह(24)ने बुधवार की देर रात कॉलेज प्रबंधन के प्रताड़ना से तंग आकर अपने ही क्लास रूम में फांसी लगा कर जान देने की कोशिश की।
आनन फानन में साथी छात्रों ने उसे मेदांता पहुंचाया। जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। उक्त छात्र पटना जिला के मोकामा(बिहार) का रहने वाला है। जब साथी विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रबंधन से उक्त छात्र के विषय में मिलकर जानकारी लेना चाहा तब कॉलेज प्रबंधन ने मिलने से इंकार कर दिया। इस परिस्थिति में सभी विद्यार्थी मेदांता अस्पताल गेट के पास धरना पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उसी समय शुभम की स्थिति अत्यंत गंभीर होने की सूचना मिलते ही सभी साथी विद्यार्थी आक्रोशित होकर न्याय की गुहार लगाने के लिए मुख्यमंत्री या राज्यपाल से मिलने की ठानी और कतारबद्ध होकर चल पड़े। नेवरी चौक रिंग रोड के पास ओरमांझी सीओ, वीडियो,थाना प्रभारी,हूटूप और बीआईटी थाना प्रभारी ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने का असफल प्रयास किया। रिंग रोड होते हुए जब उक्त विद्यार्थी कांके थाना क्षेत्र के मदरा मुंडा चौक पर पहुंचे। कांके, हूटूप और बिआईटी थाना समेत अन्य असंख्य पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रोक दिया। इस स्थिति में विद्यार्थी वही पर बैठ गए।
प्रबंधन पैसे के लिए प्रताड़ित करता है:विद्यार्थी
उक्त कॉलेज के विद्यार्थियों का आरोप है कि प्रबंधन अलग अलग तरीके से पैसे की वसूली कर्ता है.सुत्रों द्वारा मिली गुप्त जानकारी के अनुसार प्रबंधन के सदस्य छात्राओं के साथ शोषण भी करते हैं। मुंह खोलने पर नाम काट देने व करियर बर्बाद कर देने की धमकी भी दी जाती है।
पैसे गार्जियन से मांगना चाहिए: शुभम के पिता ने बताया कि प्रबंधन को कॉलेज फी गार्जियन से मांगना चाहिए न कि विद्यार्थी से।पिता का यह भी आरोप है कि प्रबंधन का रवैया अत्याचारी है। डर से बच्चे मुंह नही खोलते है। उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाई होनी चहिये।