आदिवासी संगठनों ने सिरमटोली सरना स्थल के सामने फ्लाईओवर रैम्प के विरोध में बनायी मानव शृंखला

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Eksandeshlive Desk

रांची : रांची के चुटिया के सिरमटोली सरना स्थल के सामने बनाए गए फ्लाईओवर रैम्प को लेकर आदिवासी संगठनों ने हरमू रोड से विधानसभा तक मानव शृंखला बनाकर विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि सिरमटोली सरना स्थल आदिवासियों का पवित्र स्थल है, जहां हर साल लाखों लोग सरहुल शोभायात्रा में शामिल होते हैं।

संगठनों का आरोप था कि राजेन्द्र चौक से सिरमटोली तक फ्लाईओवर बनाकर और रैम्प तैयार करके इस पवित्र स्थल के सामने वाहनों का आवागमन किया जा रहा है, जिससे आदिवासी धार्मिक गतिविधियों में परेशानी उत्पन्न हो सकती है। आदिवासी मूलवासी मंच के अध्यक्ष सूरज टोप्पो ने कहा कि हम पिछले दो महीनों से फ्लाईओवर रैम्प हटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी बातों को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि आदिवासी धार्मिक स्थल के सामने रैम्प हटाने के बजाय ओवरब्रिज को आगे बढ़ाया जाए, ताकि सरहुल शोभायात्रा में किसी प्रकार की समस्या न हो। मौके पर बबलु मुंडा, सुरज टोप्पो, अमित मुंडा, मोहन तिर्की, विजय कुमार उरांव सहित सैकड़ों आदिवासी संगठन के लोग शामिल थे।

विधानसभा में आदिवासी समाज की मानव शृंखला और अधिवक्ता सुरक्षा कानून पर हुई चर्चा : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के नौवें दिन शुक्रवार को सदन की कार्यवाही 11.07 बजे शुरू हुई। सदन में सूचना के तहत डॉ. रामेश्वर राव ने आदिवासी समाज द्वारा मानव शृंखला बनाए जाने का मामला उठाया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कमेटी बनाकर सिरम टोली स्थित सरना स्थल का निरीक्षण करने की बात कही। बाद में विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने कमेटी बनाने पर अपनी सहमति दे दी। अब विधानसभा कमेटी मामले की जांच करेगी। इसके बाद विधायक जयराम महतो ने राज्य में अधिवक्ता प्रोटेक्शन कानून लागू करने की मांग की।