सुनील वर्मा
रांची: विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग के तत्वावधान में एवं सामाजिक संस्था मी टू वी के सहयोग से रविवार को गोशाला न्यास सुकूरहुटू कांके में नर सेवा ही नारायण सेवा के तहत आदर्श सामूहिक विवाह सह वात्सल्य उत्सव का आयोजन किया गया। आदर्श सामूहिक विवाह में 121 जोड़े सात जन्मों के रिश्ते में बंध गए। सामूहिक विवाह समारोह में झारखंड के विभिन्न जिलों से आए सभी 121 नवविवाहित जोड़ों का विवाह पूरे रस्मो, बारात, वरमाला, फेरों एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ। सात दिव्यांग जोड़ियां का भी विवाह हुआ, जिसका कन्यादान सिंघानिया परिवार के कमल, प्रदीप और विमल सिंघानिया के सहयोग से हुआ। सभी नव दंपतियों को गृहस्थी के सामग्री एवं सामानों के साथ विवाह का प्रमाण पत्र दिया गया।
वात्सल्य उत्सव में 16 दिव्यांग संस्थाओं के लगभग 400 बच्चों ने सामान्य बच्चों के साथ रंगारंग संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किया। 200 दिव्यांग जनों एवं विशेष प्रतिभावान बच्चों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम 40 वृद्ध जनों को सेवा देते हुए सम्मानित किया गया। नगर से आए 1000 से भी अधिक लोगों को उपहार स्वरूप इंदौर के पौधों को आकर्षक कांच के गमले में रखकर वितरित किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने आए 121 जोड़ों को 22 लोगों ने कन्यादान भी किया। कार्यक्रम की विशेषता आदित्य जालान आदर्श विद्या मंदिर के बच्चों द्वारा गणेश वंदना और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम था। उत्सव में भारतीय संस्कृति के अनुरूप सभी के मनोरंजन के लिए पुरुलिया शैली की प्रसिद्ध नटराज कला संगम टीम 25 से अधिक कलाकारों द्वारा छऊ नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में न्यू नागपुरिया कला संगम के सुनील महतो द्वारा 22 से भी अधिक कलाकारों द्वारा नागपुरिया गीत संगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम स्थल में रक्तदान सेवा एवं आकस्मिक चिकित्सा शिविर लगाया गया था, जिसमें सैकड़ो लोगों ने लाभ लिया। आदर्श विवाह समारोह के संयोजक विष्णु कुमार जालान, वात्सल्य उत्सव के संयोजक उम्मल जैन, मी टू सी संस्थान के संयोजक मुरारी अग्रवाल, विहिप झारखंड सेवा विभाग के प्रांतीय सह सेवा प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल एवं प्रांतीय प्रवक्ता संजय सर्राफ ने सबों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विगत 10 वर्षों में अब तक 30 सामूहिक विवाह समारोह के आयोजन में लगभग 3000 से भी अधिक कन्याओं का विवाह संपन्न हो चुका है।