29 सितंबर से मोरहाबादी में शुरू होगा आजसू का तीन दिवसीय महाधिवेशन, तैयारियां पूरी
Sunil Verma
रांची: आजसू पार्टी के सातवें केंद्रीय महाधिवेशन का आयोजन रांची के मोरहाबादी मैदान में होगा। यह महाधिवेशन 29, 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा। पार्टी ने इस अधिवेशन को पूरे राज्य का अधिवेशन बनाने का निर्णय लिया हैं। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि आजसू का महाधिवेशन झारखंड नवनिर्माण का संकल्प समागम होगा।
महाधिवेशन में 29 और 30 सितंबर को झारखण्ड की चुनौतियों एवं ज्वलंत मुद्दों पर परिचर्चा की जाएगी। इस परिचर्चा में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, शिक्षाविद, समाजसेवी एवं विशेषज्ञ शामिल होंगे। पार्टी की यह समझ है कि उनके विचारों को संग्रहित कर विभिन्न पटल पर रखा जा सके, जिससे झारखंड के नवनिर्माण की रूप रेखा तय हो। यह महाधिवेशन झारखंड के नवनिर्माण की दिशा में आने वाली चुनौतियों पर विमर्श और समाधान के लिए महवत्पूर्ण साबित होगा। इस महाधिवेशन का उद्देश्य राज्य के निर्माण में योगदान देने वाले आंदोलनकारियों का सम्मान करना और उनके विचारों को एकत्रित करना भी है। इस रायशुमारी के आधार पर एक बेहतर झारखंड के लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार किया जाएगा।
कार्यक्रम में विभिन्न आईआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के प्रोफेसर के अलावा व्यवसायी वर्ग के लोग भी जुड़ेंगे। जिन महत्वपूर्ण विषयों पर परिचर्चा की जाएगी, वे निम्नलिखित हैं:
– झारखंड आंदोलन का औचित्य
– झारखंडी युवाओ की चुनौतिया, स्थानीयता एवं नियोजन नीति
– सामाजिक न्याय और राजनीतिक भागीदारी
– झारखंड की भाषा, संस्कृति
– भूमि, कृषि एवं सिंचाई, खनन औरउद्योग, पर्यावरण और पर्यटन,
– झारखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति
– स्वशासन एवं महिला सशक्तिकरण
बूढ़ा करम झूमर प्रतियोगिता समारोह में शामिल हुए पार्टी अध्यक्ष
पार्टी अध्यक्ष सह सिल्ली विधायक सुदेश कुमार महतो आज तरवाटांड़ मुरपा, कुजू में आयोजित मांडू विधानसभा स्तरीय बूढ़ा करम झूमर प्रतियोगिता समारोह में शामिल हुआ। उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि करम महापर्व हमारी सांस्कृतिक विरासत और प्रकृति के प्रति हमारी आस्था का प्रतीक है। इसके अलावा उन्होंने आज सिल्ली विधानसभा अंतर्गत सोनाहातू प्रखंड परिसर में धरती आबा बिरसा मुंडा के प्रतिमा का भी अनावरण किया। इस अवसर पर बिरसा मुंडा के बलिदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी मौजूदा पीढ़ी के साथ साथ आने वाले पीढ़ियों को भी भी अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए प्रेरित करती रहेगी।