Eksandeshlive Desk
रांची : आम बजट पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने प्रतिक्रिया देते हुए शनिवार को कहा कि बजट में सिर्फ आयकर दाताओं को राहत दी गई है। निम्न आय या मध्यम आय वर्ग के लोगों की पूरी उपेक्षा की गई है। आईआईटी, मेडिकल में सिटें बढ़ाने की घोषणा सरकार ने की है लेकिन इन संस्थाओं से निकले छात्रों के रोजगार के अवसर के संबंध में चर्चा नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार सृजित करने की वजह स्टार्टअप के लिए ऋण का लॉलीपॉप लेकर आई है। यह बजट देश की बदहाल आर्थिक व्यवस्था से ध्यान भटकाने की कोशिश है। कर योग्य स्लैब में सिर्फ एक लाख की बढ़ोतरी को छुपा कर सरकार अपनी पीठ खुद थपथपा रही है। उच्चतर संस्थाओं से निकले छात्रों का अधिकतम वेतन 10 वर्ष पूर्व जितना था आज भी उतना ही है यह सरकार की नाकामी का जीता जागता उदाहरण है। हर बार बजट में कई प्रावधान किए जाते हैं लेकिन उन प्रावधानों को कूड़े के ढेर में फेंक दिया जाता है।
समाज के कमजोर वर्गों के लिए कोई ठोस योजना बजट में नहीं है: कमलेश
केंद्र सरकार के जरिये पेश किए गए बजट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बजट को ढपोरशंखी बताया। उन्होंने कहा कि बजट से देश को बहुत आशाएं थीं लेकिन वह धूल धूसरित हो गई। प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि चुनावी फायदे के लिए राजनीतिक बजट बनाया गया है। समाज के कमजोर वर्गों के लिए कोई ठोस योजना बजट में नहीं है। किसान कर्ज के मारे आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार कर्ज माफी की नीति की बजाय क्रेडिट लिमिट बढ़ाने की घोषणा कर रही है। झारखंड के लिए कोई घोषणा नहीं किया जाना बेहद निराशाजनक है, जबकि झारखंड के 40 प्रतिशत खनिजों से देश की औद्योगिक रफ्तार और अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होती है। दिल्ली और बिहार चुनाव को सामने रखकर बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। झारखंड का बकाया केंद्र सरकार नहीं दे रही है लेकिन चुनाव को देखकर बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा कर रही है जो केंद्र सरकार कभी पूरा नहीं करेगी।