2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में आंध्र प्रदेश की भूमिका अहम
Eksandeshlive Desk
कुरनूल (आंध्र प्रदेश) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने में आंध्र प्रदेश एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है। चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में राज्य नई औद्योगिक क्रांति, तकनीकी नवाचार और रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 13,430 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों ने आंध्र प्रदेश की क्षमताओं को नज़रअंदाज़ कर न केवल राज्य का बल्कि पूरे देश का नुकसान किया। वह राज्य जो भारत के विकास को गति दे सकता था, उसे खुद अपने विकास के लिए संघर्ष करना पड़ा, लेकिन अब एनडीए सरकार के तहत आंध्र प्रदेश की तस्वीर बदल रही है। यह राज्य आत्मनिर्भर भारत की नई ताकत बन रहा है। उन्होंने कहा कि 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में आंध्र प्रदेश की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा, “2047 के विकसित भारत के संकल्प को ‘स्वर्ण आंध्रा’ के लक्ष्य से नई ऊर्जा मिल रही है। तकनीक और नवाचार में आंध्र प्रदेश और उसके युवा हमेशा अग्रणी रहे हैं। डबल इंजन की सरकार के तहत हम इस क्षमता को और सशक्त कर रहे हैं।”
गूगल आंध्र प्रदेश में भारत का पहला एआई हब स्थापित करने जा रहा : प्रधानमंत्री ने बताया कि गूगल आंध्र प्रदेश में भारत का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हब स्थापित करने जा रहा है। यह निवेश न केवल राज्य बल्कि पूरे भारत के लिए ऐतिहासिक अवसर है। मोदी ने बताया, “गूगल का यह एआई हब विशाखापत्तनम को वैश्विक एआई और कनेक्टिविटी केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। इसमें शक्तिशाली एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर, डेटा सेंटर, ऊर्जा स्रोत और अंतरराष्ट्रीय सबसी केबल नेटवर्क शामिल होंगे, जो भारत के पूर्वी तट से जुड़ेंगे।” उन्होंने इसके लिए आंध्र प्रदेश के लोगों और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की दूरदर्शिता की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकास के लिए आंध्र प्रदेश का विकास आवश्यक है। उन्होंने कहा, “आंध्र के विकास के लिए रायलसीमा का विकास भी उतना ही जरूरी है। आज कुरनूल की भूमि पर शुरू हुए प्रोजेक्ट्स रायलसीमा के हर जिले में रोजगार और समृद्धि के नए द्वार खोलेंगे।” उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार अर्वकल और कोप्पर्थी को आंध्र प्रदेश की नई औद्योगिक पहचान के रूप में विकसित कर रही है। इन औद्योगिक कॉरिडोरों से निवेश बढ़ेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत को 21वीं सदी के नए मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में देख रही है। इस सफलता की नींव आत्मनिर्भर भारत का विजन है और आंध्र प्रदेश इस मिशन का प्रमुख केंद्र बन रहा है। प्रधानमंत्री ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि निम्मलुरु में एडवांस्ड नाइट विजन प्रोडक्ट्स फैक्टरी का शुभारंभ भारत की रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। यहां नाइट विजन उपकरण, मिसाइल सेंसर और ड्रोन गार्ड सिस्टम तैयार किए जाएंगे, जिससे भारत रक्षा उत्पादन और निर्यात दोनों में आत्मनिर्भर बनेगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशेष रूप से उल्लेख : प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने पूरी दुनिया को भारत में बने आधुनिक उपकरणों की शक्ति दिखाई। मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे स्वदेशी ड्रोन, नाइट विजन और रक्षा तकनीक ने जो सफलता हासिल की, उस पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिए। इससे साबित हुआ कि आत्मनिर्भर भारत की नीति केवल नारा नहीं, बल्कि भारत की वास्तविक ताकत बन चुकी है। उन्होंने आंध्र प्रदेश की सरकार के कुरनूल को भारत का ड्रोन हब बनाने के संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी भविष्य की औद्योगिक क्रांति की रीढ़ बनने वाली है। प्रधानमंत्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय ड्रोन की भूमिका ने पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया। आने वाले समय में कुरनूल ड्रोन सेक्टर में देश की ताकत बनेगा।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का विजन नागरिक केंद्रित विकास पर आधारित है। उन्होंने कहा, “हम लगातार सुधारों के जरिए नागरिकों के जीवन को आसान बना रहे हैं। अब 12 लाख रुपये तक की आय टैक्स फ्री है। सस्ती दवाइयां, सस्ता इलाज और आयुष्मान जैसी योजनाएं नागरिकों के जीवन में नई सहजता ला रही हैं।” उन्होंने कहा कि नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी में भारी कटौती की गई है और आंध्र प्रदेश में लोग “जीएसटी बचत उत्सव” मना रहे हैं।