हवा की रफ्तार 90-100 से 110 किमी प्रति घंटे तक रहने का अनुमान, तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट
Eksandeshlive Desk
हैदराबाद/भुवनेश्वर/चेन्नई/नई दिल्ली : बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान मोंथा अब खतरनाक रूप ले चुका है और आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार देर रात तक यह काकीनाडा तट को पार कर सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 90-100 से 110 किमी प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है। चक्रवात के मद्देनजर तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र के मुताबिक, तेज हवाओं और उग्र समुद्री परिस्थितियों के आसन्न खतरे के मद्देनजर काकीनाडा बंदरगाह के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अन्य तटीय बंदरगाहों- विशाखापत्तनम, गंगावरम और मछलीपट्टनम के लिए भी चेतावनी जारी की गयी है।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तटीय इलाकों में तैनात : मोंथा के संभावित असर को देखते हुए आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में प्रशासन हाई अलर्ट पर है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तटीय इलाकों में तैनात हैं। रेलवे ने 100 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया है। कई उड़ानें निरस्त कर दी गयी हैं। तटीय गांवों से लोगों को निकाला जा रहा है। स्कूल-कॉलेजों को राहत कैंप बनाने की योजना है। समुद्र में 2 मीटर से 4.7 मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही हैं। मछुआरों को अगले आदेश तक समुद्र में जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। आंध्र प्रदेश में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने कहा कि तूफान का लैंडफॉल प्रोसेस शुरू हो चुका है। अगले कुछ घंटों में यह गंभीर चक्रवाती तूफान बन जाएगा। उन्होंने लोगों को घरों में रहने और किसी भी आपातकालीन अलर्ट का तुरंत पालन करने की अपील की है। विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र के ड्यूटी अधिकारी जगन्नाथ कुमार ने बताया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बीते कल बना गहरा दबाव चक्रवात मोंथा में बदल गया। यह बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व में स्थित है। चक्रवात को लेकर ओडिशा और तमिलनाडु में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। कई लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। एनडीआरएफ और सेना को अलर्ट पर रखा गया है।
कई गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा रहा : जगन्नाथ कुमार ने बताया कि यह अब बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य में एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। यह वर्तमान में काकीनाडा से लगभग 240 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व, मछलीपट्टनम से 160 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, विशाखापत्तनम से 320 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और ओडिशा के गोपालपुर से 530 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है। यह उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और आज रात तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को पार करेगा। आंध्र प्रदेश के चित्तूर, काकीनाडा, एनटीआर और आसपास के जिलों में हालात बिगड़ने लगे हैं। कुशस्थली नदी में बाढ़ आने से सड़क संपर्क टूट गया है। उप्पदा तट पर समुद्र की लहरें तट को काटने लगी हैं। कई गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा रहा है। पेड़ गिरने और बिजली के खंभों को नुकसान का डर है। इसलिए बिजली विभाग भी पूरी तरह से सजग है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू अधिकारियों से सीधे संपर्क में हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। लगभग 24 ड्रोन के जरिए रियल टाइम निगरानी की जा रही है। राहत शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए खाना-पानी और 3000 रुपये नकद देने की योजना है। मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के निर्देश दि गए हैं। डॉक्टरों की टीम पूरी तरह से तैयार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, रायलसीमा, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश में 27 से 31 अक्टूबर तक और ओडिशा में 28 एवं 29 अक्टूबर को स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है : मोंथा के कारण मंगलवार से शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों के निचले इलाकों में जलभराव की आशंका जताई है। दक्षिण बंगाल में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, बीरभूम और मुर्शिदाबाद जिलों में मंगलवार और शुक्रवार के बीच भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा में भी मोंथा का असर दिखने लगा है। दक्षिणी जिलों में 128 आपदा प्रतिक्रिया दल तैनात कर दिए हैं। मलकानगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, रायगढ़ा, गजपति, गंजाम, कंधमाल और कालाहांडी जिलों के लिए अत्यधिक भारी वर्षा और तेज हवाओं का पूर्वानुमान लगाते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। साउथ सेंट्रल रेलवे ने 28 और 29 अक्टूबर की 72 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। ईस्ट कोस्ट रेलवे पहले ही 43 ट्रेनों को रोक चुका है। ट्रैक और पुलों की निगरानी के लिए पेट्रोलिंग टीमें तैनात हैं। स्टेशनों पर हेल्प डेस्क और रिफंड काउंटर खोले गए हैं। साथ ही यात्रियों को सलाह दी गई है कि बिना जरूरत यात्रा ना करें।
रेल मंत्री ने चक्रवात ‘मोंथा’ के मद्देनजर रेलवे की तैयारियों की समीक्षा की : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज आसन्न चक्रवात ‘मोंथा’ के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस समीक्षा बैठक में पूर्वी तट के किनारे रेलवे नेटवर्क की तैयारियों का आकलन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। केंद्रीय मंत्री ने यात्री सुरक्षा, रेल विनियमन, बहाली योजना और स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन एजेंसियों के साथ समन्वय हेतु किए जा रहे उपायों की समीक्षा की। उन्होंने रेलवे अधिकारियों को चक्रवात के प्रभाव, विशेष रूप से आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना में पूर्वी तट के किनारे, की आशंका में सभी आवश्यक सावधानियां बरतने का निर्देश दिया। निर्बाध संचार और आपदा प्रतिक्रिया टीमों की समय पर तैनाती की आवश्यकता पर बल देते हुए केंद्रीय मंत्री ने सभी रेलवे जोनों को हाई अलर्ट पर रहने और चक्रवात के बाद रेल सेवाओं की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेलवे ने आसन्न चक्रवात ‘मोंथा’ की वास्तविक समय में समन्वय और प्रतिक्रिया के लिए मंडलीय ‘वार रूम’ सक्रिय कर दिए हैं। आवश्यक सामग्री, मशीनरी और मानव संसाधन को तैयार रखा गया है विशेष रूप से विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और गुंटूर मंडलो में तैयार रखा गया है।
