DK Jha
गोड्डा: प्रशासनिक अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों,गणमान्यों आदि द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। एसडीओ राजीव कुमार, बीडीओ सह सीओ आलोक वरन केसरी, प्रमुख कुंदन कुमार महतो, मुखिया मनोज कुमार यादव, झामुमो अध्यक्ष लंबोदर महतो, झामुमो नेता शंकर पोद्दार, प्रधान सोरेन आदि ने ग्रामीणों से कहा कि सरकार की यह सोच है कि इस शिविर के माध्यम से प्रत्येक निवासियों को किसी न किसी सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराई जाए। जो ग्रामीण जिस योजना के योग्य होंगे उन्हें हर परिस्थिति में योग्यता के आधार पर लाभ मिलेगा। पिछले वर्षों के शिविर और गांव भ्रमण के क्रम में सबसे अधिक वृद्धावस्था पेंशन की मांग की जा रही थी। लेकिन अब लगभग वह समस्या दूर हो चुकी है। अब लगातार आवास की मांग हो रही है। अभी शिविर में प्रधानमंत्री आवास और अबुआ आवास के लाभुकों का आवेदन ऑनलाइन किया जा रहा है। जो योग्य होंगे निश्चित रूप से उन्हें आवास मुहैया कराई जाएगी।मनरेगा, राजस्व,आपूर्ति,बाल विकास,जे एस एल पी एस,शिक्षा,स्वास्थ्य, बिजली,पशुपालन,श्रम आदि विभागों के स्टॉल पर कर्मी संबंधित आवेदकों का आवेदन ले रहे थे।सबों के आवेदन पर सुनवाई की जाएगी। शिविर में कई ग्रामीणों के आवेदन पर सुनवाई करते हुए ऑन द स्पॉट निराकरण भी किया गया। मौके पर 13 सखी मंडल की सदस्या को 30लाख 50 हजार रुपए और दो सदस्या को फूलो झानो आशीर्वाद योजना का 25 हजार रुपए की दर से डेमो चेक दिया। 25 सदस्या को परिचय पत्र उपलब्ध कराया गया। दो बच्चों का अन्नप्राशन और दो महिला की गोद भराई की गई। आठ छात्रों को 4500 रुपए की दर से चेक दिया गया। 20छात्रों को जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया। 128 छात्रों के गुरुजी क्रेडिट कार्ड का आवेदन ऑनलाइन किया गया।गया। 20ग्रामीणों को ग्रीन कार्ड दिया गया। 20 किसानों ने फल, फूल का पौधा के लिए आवेदन दिया। 12पशुपालकों को चयन पत्र दिया गया, 86 पशुपालकों को पशु के लिए दवाई दिया गया। प्रभारी प्रखंड बीपीओ राजेश रमन ठाकुर, प्रभारी बीएओ आनंद रंजन झा, आवास सहायक शहबाज खान, पंचायत सचिव सुभाष यादव, एलएस तृप्ति कुमारी, पशुपालन पदाधिकारी बालेश्वर निराला, दिलीप पोद्दार, रंजित यादव, लाल बहादुर पंडित, मो इलाही, राहुल कुमार, जितेंद्र कुमार, एकलव्य कुमार, नीरज कुमार, गौतम पोद्दार, पंकज मंडल, सी सी संजू मुर्म, पीआरपी अंजू देवी, एफटीसी कल्याणी देवी, अंकलेश्वर कुमार साह, परमानंद साह, भोला सिंह, बिनोद यादव सहित सैकड़ों मजदूर, किसान, ग्रामीण आदि थे।