Mustafa Ansari
रांची : जहां एक ओर झारखंड सरकार द्वारा गरीबों को आवास देने के लिए जोर-शोर से अबुआ आवास योजना का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। वहीं अब इस योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने लगी है। बताते चलें कि राजधानी रांची के अंतर्गत कांके प्रखंड के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अबुआ आवास योजना में पंचायत सचिव,पंचायत के मुखिया तथा पंचायत समिति सदस्य पर गलत तरीके से आवास आवंटन करने व व्यापक धांधली एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ता सरफराज अंसारी मोहम्मद रेहान जफर अंसारी अर्पणा बाड़ा सोनी देवी महेंद्र सिंह पप्पू खान आदि ने कहा है कि उक्त जनप्रतिनिधियों की मिलिभगत से कांके प्रखंड के विभिन्न पंचायत के कई पक्के मकानों में रहने वालों को अबुआ आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। जबकि कई ग्रामीण कच्चे मकान में प्लास्टिक डाल कर रात गुजार रहे है उन्हें अबुआ आवास योजना का लाभ नही दिया जा रहा है। वहीं ग्रामीण भी मांग कर रहे है कि जो अयोग्य हैं,उनका नाम सूची से हटाया जाय और जो योग्य लाभुक है उनका नाम सूची में शामिल किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांके प्रखंड में आवास योजना चयन प्रक्रिया नियम विरूद्ध किया गया है। जनप्रतिनिधि बिना सर्वे के ही खास लोगों को आवास आवंटन कर रहे है। विभिन्न पंचायतों में हुए अबुआ आवास योजना में धांधली और भ्रष्टाचार की पूरी विवरण एवं साक्ष्यों के साथ ज्ञापन सौंपते हुए इस संबंध में उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाकर संलिप्त अधिकारियों एवं पंचायत के जनप्रतिनिधियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है।