रांची : झारखंड मुस्लिम युवा मंच के बैनर तले रविवार की दोपहर लगभग 3:30 बजे,अल्पसंख्यक समाज के विभिन्न मुद्दों को लेकर एक प्रतिवाद मार्च निकाला गया। यह प्रतिवाद मार्च कांके स्थित रिंग रोड से कांके बाजार टांड़ चौक तक निकाली गई। बताया गया कि इस प्रस्तावित प्रतिवाद मार्च का मुख्य बिंदु: झारखंड एकेडमिक कॉउंसिल (जैक) द्वारा जारी किए गए आलिम फाजिल की डिग्री को असंवैधानिक बता कर उनके मान्यता को रद्द करने व झारखंड अलग राज्य होने के 25 वर्षों के बाद भी मदरसा बोर्ड एवं उर्दू शिक्षा बोर्ड का गठन नहीं किए जाने व 544 उर्दू स्कूलों का स्टेटश अविलम्ब बहाल करने व झारखंड में अविलम्ब मॉब लिंचिंग कानून लागू करने के संबंध में है। कहा गया कि हम सरकार से आग्रह करते हैं कि उक्त सभी मुद्दों को सरकार गंभीरता पूर्वक लें और जल्द से जल्द समाधान करें। अगर इन मुद्दों पर सरकार द्वारा जल्द से जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो झारखंड मुस्लिम युवा मंच समेत अन्य सामाजिक संगठन चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगी। और फिर वह आंदोलन पूरे राज्य भर में चलाया जाएगा। मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद अय्यूबी ने झारखंड सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अल्पसंख्यक समुदाय के मुद्दों पर यथाशीघ्र किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई तो फिर मंच द्वारा वृहद पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। प्रस्तावित प्रतिवाद मार्च में राज्य भर के अल्पसंख्यक समाज से जुड़े लगभग 500 से अधिक लोग शांति पूर्वक पैदल मार्च करते हुए लगभग 5:30 बजे कांके बाजार टांड पहुंचे। इसके पश्चात प्रतिवाद मार्च में शामिल अल्पसंख्यक समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने मजिस्ट्रेट को मांग पत्र सौंपा। मौके पर मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद अय्यूबी,महासचिव समीर अली उर्फ मुन्ना तौफीक अंसारी,हसीबुल अंसारी, इम्तियाज,आफताब अली हैदर बंटी,शाकिब अंसारी,आबिद हुसैन सद्दाम अंसारी,गफ्फार अंसारी साहब,अख्तर रजा,ऑल झारखंड एकता मंच के अशफाक खान,सचिव मुंतज़िर आलम,जाकिर अंसारी,ऐनुल हक व अन्य लोग उपस्थित थे।
