Eksandeshlive Desk
रांची: मुस्लिम समुदाय के पवित्र माह रमजानुल मुबारक महीने के आखरी जुमा की नमाज रांची की सभी मस्जिदों में अपने अपने निर्धारित समय पर अदा की गई। रांची के जामा मस्जिद अपर बाजार में आखरी अलविदा जुमा की नमाज मुफ्ती तलहा नदवी ने डेढ़ बजे अदा कराई। इस महीने का अलविदा जुमा होने के कारण बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला। मुस्लिम समुदाय के पवित्र माह रमजानुल मुबारक महीने के आखरी जुमा की नमाज रांची की सभी मस्जिदों में अपने अपने निर्धारित समय पर अदा कराई गई। रमजानुल मुबारक महीने के बारे में विस्तार से जामा मस्जिद के खतीब मुफ्ती तलहा नदवी, हववारी मस्जिद के खतीब मुफ्ती कमर आलम कासमी ने कहा है कि रमजान का महीना बड़े ही रहमतों और बरकतों का महीना होता है। इसमें तीन असरे होते हैं। एक असरा रहमत का, दूसरा मगफिरत का और तीसरा आग से खलासी का जो अभी चल रहा है। इस आखरी असरे में कुरान पाक नाजिल हुआ था। इसलिए यह आखरी असरा काफी अहम और महत्वपूर्ण होता है। इसमें एक रात ऐसी होती है जो हजार महीनों से अफजल होती है जिसे हम सबे कदर कहते है। साथ ही जकात, सदका, फितरा के बारे में विस्तार से बताया। कहा हर चीज की गंदगी होती है, माल की गंदगी जकात है।
रांची की जामा मस्जिद में अलविदा जुमा की नमाज डेढ़ बजे मुफ्ती तलहा ने अदा कराई वही हववारी मस्जिद में शहर काजी मुफ्ती कमर आलम कासमी ने अदा कराई। इसके पूर्व अब्दुल्लाह मस्जिद, पथलकुद्वा मस्जिद, मक्का मस्जिद, मदीना मस्जिद, डोरंडा वाली मस्जिद, हांडा मस्जिद समेत रांची शहर के सभी मस्जिदों में अलविदा जुमा की नमाज अपने अपने समय पर मजिस्द के पेश इमाम ने अदा कराई।
ईद की नमाज ईदगाह में सुबह दस बजे पढ़ी जाएगी। हावारी मस्जिद में ईद की नमाज 8 बजे होगी।