अमेरिका-जापान के बीच अब तक की सबसे बड़ी ट्रेड डील, ट्रंप ने दी अन्य देशों को चेतावनी

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Eksandeshlive Desk

वॉशिंगटन/टोक्यो : अमेरिका और जापान के बीच अब तक की सबसे बड़ी व्यापारिक डील हुई है, जिसमें करीब 550 अरब डॉलर का निवेश शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस डील की घोषणा करते हुए कहा कि जापान पहली बार अमेरिका के लिए अपना बाजार पूरी तरह खोलने पर राजी हुआ है, और इस कदम से अमेरिकी व्यापार को भारी बढ़ावा मिलेगा। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “मैं टैरिफ तभी हटाऊंगा जब कोई देश अमेरिका के लिए अपने बाजार खोलने को तैयार हो। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो और ज्यादा टैरिफ लगाए जाएंगे।”

उन्होंने जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि अब वह टैरिफ को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि अन्य देश अमेरिका के साथ खुलकर व्यापार करें। राष्ट्रपति ट्रंप के अनुसार, इस डील से लाखों नई नौकरियों का सृजन होगा और इसका 90 फीसदी लाभ अमेरिका को मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि जापान ने 15 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने पर सहमति जता दी है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलित होगा। इसी के साथ ट्रंप ने फिलीपीन्स और इंडोनेशिया के साथ भी व्यापार समझौतों की घोषणा की है। इन दोनों देशों से आयातित वस्तुओं पर अब 19 फीसदी शुल्क लगाया जाएगा। यह कदम अमेरिका के व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए उठाया गया है। जहां जापान, फिलीपीन्स और इंडोनेशिया के साथ अमेरिका के व्यापारिक संबंध आगे बढ़ रहे हैं, वहीं भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर तस्वीर अब भी साफ नहीं है। व्यापारिक चर्चा के लिए अमेरिका गया भारतीय प्रतिनिधिमंडल हाल ही में स्वदेश लौटा है, और अब अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल अगस्त के दूसरे सप्ताह में भारत का दौरा करेगा।

ईयू और अमेरिका के मध्य व्यापार विवाद गहराया, समझौते की कोशिशों के बीच जवाबी शुल्क की सूची तैयार : ब्रसेल्स : यूरोपीय संघ (ईयू) ने अमेरिका के साथ जारी व्यापार विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत तेज कर दी है। इसके साथ ही एक जवाबी शुल्क की सूची भी तैयार की जा रही है। यह जानकारी यूरोपीय आयोग के व्यापार प्रवक्ता ओलोफ गिल ने बुधवार को एक ईमेल बयान के जरिए दी। गिल ने बताया, “ईयू की प्राथमिकता अब भी एक राजनयिक समाधान हासिल करने की है, जिसके लिए तकनीकी और राजनीतिक स्तर पर गहन बातचीत जारी है।” हालांकि, यदि वार्ता विफल रहती है, तो यूरोपीय संघ ने वैकल्पिक विकल्पों की तैयारी भी कर ली है। प्रवक्ता के अनुसार, ईयू ने पहले से मौजूद दो जवाबी सूची (लिस्ट 1 और लिस्ट 2) को मिलाकर एक संयुक्त और सुदृढ़ सूची तैयार करने का निर्णय लिया है, जिसे अब सदस्य देशों की मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इस एकीकृत सूची में पहले से 21 अरब यूरो (लगभग 24.6 अरब अमेरिकी डॉलर) के अमेरिकी उत्पादों पर लगे शुल्क शामिल होंगे। साथ ही 72 अरब यूरो मूल्य के अतिरिक्त अमेरिकी निर्यातों को शामिल किया जाएगा। हालांकि यह संयुक्त जवाबी कार्रवाई सात अगस्त से पहले प्रभाव में नहीं लाई जाएगी। इस बीच, ईयू व्यापार आयुक्त मारोस सेफचोविक और अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक के बीच बुधवार देर शाम एक महत्वपूर्ण वार्ता प्रस्तावित है। इसके बाद यूरोपीय आयोग स्थायी प्रतिनिधियों की समिति को स्थिति की जानकारी देगा।