अमेरिका समेत कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर भारत की वार्ता जारी : गोयल

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्‍ली : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत ने कई विकसित देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) लागू किए हैं। भारत इस समय अमेरिका, ओमान एवं यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ ऐसे ही समझौतों के लिए सक्रिय बातचीत कर रहा है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने राजधानी नई दिल्ली के एक होटल में ‘भारत-ब्राजील व्यापार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने अपने संबोधन में भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि तथा ब्राजील के साथ गहरी होती द्विपक्षीय साझेदारी पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने यह भी कहा कि ब्राजील के साथ भी उन्होंने तरजीही व्यापार समझौते को वर्तमान स्तर से आगे बढ़ाने पर चर्चा की है, ताकि भविष्य में हम दक्षिण अमेरिकी बाजार में बड़े पैमाने पर प्रवेश कर सकें।

भारत और ब्राजील की साझा कृषि शक्तियों पर प्रकाश डाला : गोयल ने इस अवसर पर संवाददाताओं से कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के साथ एफटीए लागू किए हैं। इसके अलावा ब्रिटेन के साथ एक व्यापार समझौता किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने पिछले तीन साल में कई विकसित देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) किए हैं। हम अमेरिका, यूरोपीय संघ, चिली, पेरू, न्यूज़ीलैंड और ओमान के साथ सक्रिय बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भारत निवेश और द्विपक्षीय व्यापार दोनों के लिए एक पसंदीदा और पसंदीदा गंतव्य है। इससे पहले ब्राजील के उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन, रक्षा मंत्री जोस मुसियो मोंटेइरो फिल्हो और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-ब्राजील व्यापार वार्ता को संबोधित किया। विश्व खाद्य दिवस पर वाणिज्‍य मंत्री ने भारत और ब्राजील की साझा कृषि शक्तियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस संवाद से कृषि-व्यवसाय और खाद्य प्रसंस्करण में और अधिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। गोयल ने ब्राजील के उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन और रक्षा मंत्री जोस मुसियो मोंटेइरो फिल्हो की भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस यात्रा को दोनों देशों के बीच अपने सामरिक और आर्थिक संबंधों को मज़बूत करने की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। उन्‍होंने भारत की आर्थिक वृद्धि के तीन स्तंभों पर प्रकाश डाला। ये दो प्रमुख कृषि उत्पादक देश हैं, जो वैश्विक खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

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