खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के फरार होने के बाद अब उसके बिहार या नेपाल में छुपे होने की आंशका जताई जा रही है. इसको लेकर गृह मंत्रालय के आदेश पर भारत- नेपाल बॉडर पर चाक-चौबंध बढ़ा दिया गया है.
आशंका ये भी है कि अमृतपाल बिहार के रास्ते नेपाल भाग सकता है या हो सकता है वो नेपाल भाग चुका हो. इसको लेकर बिहार-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है. बिहार पुलिस मुख्यालय में एसएसबी 56 बटालियन और स्थानीय पुलिस को सतर्क रहने का आदेश दिया है. वहीं, सीमा पर तैनात जवानों के बीच अमृतपाल की तस्वीर भी बांटी गई है ताकि उसकी पहचान में कोई दिक्कत ना हो.
वहीं, नेपाल पोस्ट का दावा है कि भारत सरकार ने नेपाल सरकार से ये आग्रह किया है कि अगर अमृतपाल नेपाल के रास्ते किसी दूसरे देश भागने की कोशिश करता है तो ऐसे में उसे भागने ना दिया जाए और उसकी गिरफ्तारी हो. बता दें कि अमृतपाल को पकड़ने के क्रम में 353 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. हालांकि, 197 लोगों को छोड़ दिया गया है.
कौन है अमृतपाल
अमृतपाल सिंह का परिवार पंजाब के अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा का रहने वाला था. अमृतपाल का पूरा परिवार दुबई में रहता है और कथित तौर पर ट्रान्सपोर्ट का बिजनेस करता है. मिली जानकारी के अनुसार अमृतपाल 2012 तक दुबई में ही रहता था. लेकिन कृषि कानून के खिलाफ किसानों को समर्थन देने के लिए वापस भारत लौटा और फिर वापस दुबई चला गया.
किस मामले में होनी है गिरफ्तारी
अमृतपाल सिंह के समर्थकों के पास से पुलिस को भारी मात्रा में हथियार मिला, जिसके बाद पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था.