झारखंड के डुमरी विधानसभा में उप-चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार इस सीट पर उप-चुनाव की घोषणा जुलाई में की जा सकती है. बता दें कि चुनाव कराने के लिए सभी जरूरी चीजों की व्यवस्था (वीवी पैड, वोटिंग यूनिट, स्याही) कर ली गई है. वहीं, चुनाव कराने के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक वीवी पैड और वोटिंग यूनिट की चेकिंग अधिकारियों द्वारा की जा रही है. मीडिया रिपोर्टस में छपी खबरों के अनुसार झारखंड के चुनाव पदाधिकारी, बोकारो और गिरिडीह के डीसी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चुनाव के तैयारियों की समीक्षा भी कर चुके हैं. जिसके बाद रिपोर्ट, भारत के चुनाव आयोग को भेज दी गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि उप-चुनाव के लिए सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जुलाई महीने में डुमरी उप-चुनाव की घोषणा लगभग तय मानी जा रही है.
जगरनाथ महतो के निधन के बाद खाली हुआ था सीट
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद डुमरी विधानसभा का सीट खाली हुआ था. ऐसे में इस सीट पर छह अक्टूबर से पहले चुनाव कराना अनिवार्य है. डुमरी उपचुनाव छह अक्तूबर 2023 के पूर्व कराना संवैधानिक वैद्यता है. संविधान के अनुसार कोई भी सीट को छह महीने से ज्यादा समय के लिए खाली नहीं रखा जा सकता है. और डुमरी विधानसभा सीट पिछले 6 अप्रैल से जगरनाथ महतो के निधन के बाद से ही खाली है.
जगरनाथ महतो की पत्नी हो सकती हैं जेएमएम उम्मीदवार
डुमरी विधानसभा उप-चुनाव में जेएमएम की ओर से जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है. खबर ये भी है कि उप-चुनाव से पहले उन्हें मंत्री पद भी दिया जा सकता है. दरअसल, ऐसा प्रयोग जेएमएम पहले भी मधुपुर विधानसभा उप-चुनाव में कर चुकी है और पार्टी को उप-चुनाव में जीत भी मिला था. ऐसे में पार्टी मधुपुर वाला प्रयोग डुमरी विधानसभा उप-चुनाव में भी कर सकती है.
हेमंत सोरेन के बेहद करीबी थे जगरनाथ महतो
बता दें कि झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री और जेएमएम के वरिष्ठ नेता जगरनाथ महतो, शिबु सोरेन के बेहद करीबी थे. वहीं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, जगरनाथ महतो को अपना बड़ा भाई मनाते थे. हेमंत सोरेन और जगरनाथ महतो को कई मौकों पर बेहद ही खास अंदाज में मिलते और बातचीत करते कैमरे में कैद किया गया था. हेमंत सोरेन ने जगरनाथ महतो की मृत्यु पर कहा था आज उनको ऐसा महसूस हो रहा है जैसा उन्होंने अपने बड़े भाई दुर्गा सोरेन की मौत पर महसूस किया था.