विश्व रेबीज दिवस पर करेंगे कुत्तों का विशेष देखभाल
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रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय द्वारा 27 सितम्बर को विश्व रेबीज दिवस का आयोजन किया जाएगा। जिसमें कुत्तों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की जायेगी तथा रेबीज का मुफ्त वैक्सीन लगाया गया कार्यक्रम सुबह 10 बजे प्रारंभ होगा, जिसमे छात्र-छात्राओं की भी भागीदारी रहेगी। इच्छुक पशु प्रेमी अपने कुत्तों के लिए इस नि:शुल्क शिविर का लाभ उठा सकते हैं। वेटनरी क्लिनिकल कॉम्प्लेक्स विभाग के अध्यक्ष डॉ अभिषेक कुमार ने बताया कि वर्ष 2025 के लिए विश्व रेबीज दिवस का विषय अभी कार्य करें: आप, मैं समुदाय है, जो टीकाकरण, जागरूकता और समय पर उपचार के माध्यम से रेबीज को खत्म करने के लिए सामूहिक कार्रवाई पर केंद्रित है। यह दिवस फ्रांसीसी सूक्ष्म-जैवविज्ञानी लुई पाश्चर के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्होंने पहला एंटी-रेबीज टीका विकसित किया था। जानवरों से इंसानों में फैलनेवाली बीमारियों में रेबीज सर्वाधिक घातक है जिससे दुनिया में प्रतिवर्ष लगभग 60 हजार लोगों की मौत होती है, जिनमें एक तिहाई भारतीय होते हैं क शहरों में संक्रमित कुत्तों के काटने से फैलानेवाली वायरस वाली इस बीमारी का तत्काल इलाज जरूरी है। इलाज से महत्वपूर्ण बचाव है जिसके लिए घरों में पालेजानेवाले एवं सड़क पर घूमनेवाले बेघर कुत्तों को रेबीज का टीका दिलवा देना चाहिए । संक्रमित कुत्ते द्वारा काटे जाने पर उसके लार से यह संक्रमण शिकार हुए व्यक्ति में फैलता है और बुखार, सिरदर्द, बेचैनी, कफ, मिचली, उलटी तथा काटे गए अंग स्थान पर तकलीफ इसके प्राथमिक लक्षण है, बाद में भ्रम की स्थिति, आक्रामकता, आंशिक पैरालिसिस, श्वसन में कठिनाई, गर्दन में स्टिफनेस, पानी और बिजली से डर लगना, बेहोशी आदि समस्याएं उभरने लगती हैं। मानव और पशु रेबीज के परिणामों और इससे बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व रेबीज दिवस प्रत्येक वर्ष 28 सितंबर को मनाया जाता है। रविवार होने के कारण बीएयू में 28 सितम्बर को अवकाश रहने से यह दिवस यहाँ 27 सितम्बर को मनाया जा रहा है।
