बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, निवेशकों को 6.15 लाख करोड़ की लगी चपत

Business

Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : कमजोर ग्लोबल संकेतों, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और पश्चिम एशिया में तनाव की वजह से घरेलू शेयर बाजार गुरवार को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। इस गिरावट के साथ ही निफ्टी में लगातार 6 कारोबारी दिन से जारी तेजी के सिलसिले पर भी ब्रेक लग गया। कारोबार की शुरुआत मामूली बढ़त के साथ हुई थी। बाजार खुलने के बाद खरीदारी के सपोर्ट से सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों सूचकांकों की मजबूती और बढ़ी, लेकिन ये तेजी अधिक देर तक टिक नहीं सकी। इसके बाद बाजार में बिकवाली का दबाव बन गया, जिसकी वजह से शेयर बाजार लगातार गिरता चला गया‌। खासकर, दोपहर 1:30 बजे के बाद अहमदाबाद प्लेन क्रैश की खबर आते ही बाजार में बड़ी गिरावट आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.99 प्रतिशत और निफ्टी 1.01 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुए। दिनभर के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, मेटल, एफएमसीजी, आईटी, ऑयल एंड गैस, पावर और रियल्टी इंडेक्स में 1 से 2 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज, हेल्थ केयर और टेक इंडेक्स भी कमजोरी के साथ बंद हुए। ब्रॉडर मार्केट में भी लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.52 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ। इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 1.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ आज के कारोबार का अंत किया।

प्लेन क्रैश की खबर आते ही बाजार में घबराहट का माहौल बन गया : शेयर बाजार में आई कमजोरी के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमी हो गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन के कारोबार के बाद घट कर 449.42 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया, जबकि पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 455.57 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को आज के कारोबार से करीब 6.15 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। दिनभर के कारोबार में बीएसई में 4,151 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें 1,283 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 2,726 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं 142 शेयर बिना किसी उतार चढ़ाव के बंद हुए। एनएसई में 2,605 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 660 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 1,945 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 3 शेयर बढ़त के साथ और 27 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 7 शेयर हरे निशान में और 43 शेयर लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स 56.53 अंक की मजबूती के साथ 82,571.67 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत में हुई खरीदारी के कारण पहले 20 मिनट में ही ये सूचकांक 145.90 अंक उछल कर 82,661.04 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद विदेशी निवेशकों ने बिकवाली का दबाव बना दिया, जिसकी वजह से सेंसेक्स की चाल में गिरावट आ गई। इसके बाद दोपहर 1:30 बजे के करीब अहमदाबाद प्लेन क्रैश की खबर आते ही बाजार में घबराहट का माहौल बन गया। इसके कारण बिकवाली का दबाव काफी अधिक हो गया। लगातार हो रही।

सूचकांक ऊपरी स्तर से 1,100 अंक से ज्यादा टूट गया : बिकवाली की वजह से ये सूचकांक ऊपरी स्तर से 1,100 अंक से ज्यादा टूट कर 991.98 अंक की कमजोरी के साथ 81,523.16 अंक के स्तर तक गिर गया। हालांकि आखिरी वक्त में हुई खरीदारी के कारण सेंसेक्स निचले स्तर से डेढ़ सौ अंक से अधिक की रिकवरी करके 823.16 अंक की गिरावट के साथ 81,691.98 अंक के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने 23.05 अंक की बढ़त के साथ 25,164.45 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलने के बाद खरीदारी के सपोर्ट से ये सूचकांक थोड़ी ही देर में 54.80 अंक की तेजी के साथ 25,196.20 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद बाजार में बिकवाली का दबाव बन गया, जिसकी वजह से निफ्टी की चाल में गिरावट आ गई। लगातार हो रही बिकवाली के कारण ये सूचकांक ऊपरी स्तर से 360 अंक से ज्यादा लुढ़क कर 315.50 अंक की कमजोरी के साथ 24,825.90 अंक तक गिर गया। हालांकि आखिरी वक्त में इंट्रा-डे सेटलमेंट के कारण हुई खरीदारी के सपोर्ट से ये सूचकांक निचले स्तर से 60 अंक से अधिक की रिकवरी करके 253.20 अंक की गिरावट के साथ 24,888.20 अंक के स्तर पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से अपोलो हॉस्पिटल 1 प्रतिशत, डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज 0.86 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 0.79 प्रतिशत, एशियन पेंट्स 0.48 प्रतिशत और टेक महिंद्रा 0.42 प्रतिशत की मजबूती के साथ दिन के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर, टाटा मोटर्स 2.86 प्रतिशत, श्रीराम फाइनेंस 2.62 प्रतिशत, ट्रेंट लिमिटेड 2.58 प्रतिशत, टाइटन कंपनी 2.51 प्रतिशत और कोल इंडिया 2.34 प्रतिशत की कमजोरी के साथ दिन के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।

पांच वजहों से लुढ़का शेयर बाजार : घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को बड़ी गिरावट का शिकार हो गया। आज के कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी, लेकिन बाजार खुलने के कुछ देर बाद ही सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने शुरुआती बढ़त गंवा दी और लाल निशान में लुढक गए। हालांकि, खरीदारों ने कारोबार के दौरान कई बार लिवाली का जोर बनाने की कोशिश भी की, लेकिन इसके बावजूद बिकवाली का दबाव होने से शेयर बाजार की स्थिति में सुधार नहीं हो सका। जानकारों का मानना है कि बाजार की गिरावट के लिए अमेरिकी टैरिफ के डर, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, पश्चिम एशिया में तनाव, कच्चे तेल की कीमत में तेजी और कमजोर ग्लोबल संकेतों को मुख्य वजह माना जा सकता है। इसके साथ ही अहमदाबाद प्लेन क्रैश की वजह से भी एविएशन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भी आज दबाव की स्थिति बन गई। इसकी वजह से भी शेयर बाजार के कारोबार पर साफ-साफ असर नजर आया। धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वो अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंध रखने वाले देशों के पास जल्दी ही अमेरिकी टैरिफ की दरों की जानकारी के संबंध में पत्र भेजने वाले हैं। ट्रंप का कहना है कि इस पत्र में साफ कर दिया जाएगा की टैरिफ की दरों को स्वीकार करके ही वे देश अमेरिका के साथ व्यापार जारी रख सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के इस रवैये को ग्लोबल मार्केट में धमकी के तौर पर देखा जा रहा है। इसकी वजह से भी निवेशकों में घबराहट का माहौल बना हुआ है।

ईरान पर इजरायली हमले की आशंका का असर : इसी तरह ईरान पर इजरायली हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने अपने निवासियों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इराक के बगदाद स्थित अपने दूतावास से कुछ कर्मचारियों को परिवार समेत निकालने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ हुई बहरीन और कुवैत के दूतावासों से भी अमेरिकी स्टाफ को कम करने की बात कही गई है। इन खबरों से ईरान पर इजरायली हमले की आशंका को और बल मिला है जिसकी वजह से निवेशकों के बीच घबराहट का माहौल बना हुआ है। टैरिफ और पश्चिम एशिया में तनाव की नकारात्मक खबरों के कारण विदेशी निवेशकों ने घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया है जिसका असर आज साफ नजर आया। इसी तरह कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान का कहना है कि आज पूरे दिन ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत मिलते रहे। इसकी वजह से घरेलू शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स भी लगातार कमजोर बने रहे। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमत में आई लगभग चार प्रतिशत की तेजी ने भी मार्केट सेंटीमेंट्स पर नेगेटिव असर डाला। इन वजहों के साथ-साथ आज अहमदाबाद में एयर इंडिया प्लेन क्रैश की खबरों की वजह से एविएशन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयरों में तो आज गिरावट दर्ज की ही गई, विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग के शेयर भी प्री मार्केट ट्रेडिंग में पांच प्रतिशत से अधिक टूट गए।

विमान हादसे के बाद एविएशन सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट : अहमदाबाद में गुरुवार को हुए विमान हादसे के कारण एविएशन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भी जोरदार गिरावट दर्ज की गई। इस हादसे की खबर मिलते ही इंडिगो का संचालन करने वाली कंपनी इंटर ग्लोब एवियशन लिमिटेड के शेयर तीन प्रतिशत से अधिक टूट गए। इसी तरह स्पाइसजेट के शेयर भी 1.7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट का शिकार हो गए। घरेलू बाजार के अलावा न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में प्री मार्केट ट्रेडिंग सेशन के दौरान बोइंग के शेयर भी 5 प्रतिशत से अधिक टूट गए। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के तुरंत बाद आज एयर इंडिया का बोइंग विमान हादसे का शिकार हो गया। हादसे की खबर मिलते ही एविएशन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों पर दबाव बन गया। इनमें इंडिगो एयरलाइंस का संचालन करने वाली कंपनी इंटर ग्लोब एवियशन लिमिटेड के शेयर 187 रुपये यानी 3.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,444 रुपए के स्तर पर बंद हुए। इसी तरह स्पाइसजेट लिमिटेड के शेयर 1.92 प्रतिशत तक टूट गए। हालांकि, अंत में हुई मामूली खरीदारी के कारण स्पाइसजेट के शेयर निचले स्तर से रिकवरी करके 1.78 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 44.68 रुपये के स्तर पर बंद हुए।

हादसे का असर अमेरिका के शेयर बाजार पर भी नजर आया : इस हादसे का असर अमेरिका के शेयर बाजार पर भी नजर आया, जहां विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग के शेयर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) के प्री मार्केट ट्रेडिंग सेशन के दौरान 5 प्रतिशत से भी अधिक टूट गए। अहमदाबाद में जो विमान हादसे का शिकार हुआ है, उसका निर्माण बोइंग कंपनी ने ही किया है। इसीलिए बोइंग के शेयर इस हादसे की वजह से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इस हादसे के बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर भी प्रभावित हुए। अदानी एंटरप्राइजेज ने 2020 में ही अहमदाबाद एयरपोर्ट के संचालन का काम अपने हाथ में लिया था। आज अहमदाबाद में विमान हादसे की खबर आते ही अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर 51.20 रुपये तक टूट गए। हालांकि, अंत में हुई मामूली खरीदारी के कारण अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर 45.20 रुपये यानी 1.75 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 2,536 रुपये के स्तर पर बंद हुए।