eksandesh Desk
हजारीबाग: हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के महुदी गांव में रामनवमी मार्ग पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे आंदोलनकारी अमन कुमार और अजय सिंह को बाजबरन सोमवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसी घटना को लेकर स्थानीय भोला प्रसाद को घर में सोने के दौरान पुलिस द्वारा उठाकर विवाद स्थल पर ले जाया गया और फिर उनपर बेरहमी से लाठी डंडे बरसाई गई। जिससे भोला महतो बुरी तरह घायल हो गए। महुदी प्रकरण को लेकर घटना की जानकारी मिलते ही हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल गंभीर हुए और बुधवार को उन्होंने खुद बड़कागांव के महूदी पंहुचकर हालात का जायजा लिया। सांसद मनीष जायसवाल ने महुदी, शिवाडीह, सोनपुरा, हरली, विश्रामपुर, नयाटांड़, चोपदार बलिया सहित आसपास के कई गांवों में पंहुचकर स्थानीय लोगों से मिलकर बात की। पुलिस की पिटाई से घायल हुए भोला महतो के पक्ष से बड़कागांव थाने को आरोपी पुलिसकर्मी पर कारवाई करने हेतु एफआईआर करने हेतु आवेदन दिया गया ।
हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने प्रशासन को 19 जुलाई तक संबंधित दोषियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया अन्यथा अल्टीमेटम देते हुए कहा की अगर कारवाई नहीं हुई तो 19 जुलाई के बाद बड़कागांव थाने के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। बड़कागांव दौरे के पश्चात मीडिया से बात करते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने कहा की पूरे बड़का गांव क्षेत्र में अराजकता का माहौल है और जिला प्रशासन मुखदर्शक बना हुआ है। यह घटना प्रशासन की विफलता का परिणाम है। पुलिस और प्रशासन के लोग राज्य की सरकार में बैठे अपने आकाओं को खुश करने के लिए एकपक्षीय कार्रवाई कर रहे हैं और एक पक्ष को डराकर दबा रहें हैं। उन्होंने कहा की इसी घटना में गांव के भोला महतो को पुलिस द्वारा बर्मी से मारा पीटा गया। महुदी में रामनवमी रूट पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे अमन कुमार और अजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। चुनाव के दौरान बादम में मोटरसाइकिल रैली के दौरान एक पक्ष के लोगों को दूसरे पक्ष द्वारा पीटा गया, सिरमा छवनिया में एक बिजली का कार्य करने वाले युवक को एक समुदाय विशेष द्वारा मारकर हाथ तोड़ दिया गया, हाल ही में अंबाजित निवासी दो युवक की बादम पहाड़ी के समक्ष एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा बेवजह पीटा गया। बड़कागांव थाने में आवेदन देने के बाद ही इन मामले पर कोई कारवाई नहीं हुई। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा की महुदी में लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे अमन कुमार और अजय कुमार को गिरफ्तार कर बाजार जेल भेज देने के पीछे प्रशासन का लक्ष्य था कि मोहर्रम का जुलूस पार किया जा सके। एक ही जगह पर रामनवमी मार्ग पर प्रतिबंध लगाया जाता है और दूसरी और मोहर्रम जुलूस प्रशासनिक अधिकारी के संरक्षण में पार कराया जाता है यह झारखंड में तुष्टिकरण की पराकाष्ठा की राजनीति को बखूबी प्रदर्शित करता है।
सांसद मनीष जायसवाल ने बड़कागांव क्षेत्र के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए अफवाहों से सावधान रहने को कहा। उन्होंने यह भी कहा की प्रशासन द्वारा एक पक्षीय करवाई कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा ।