Eksandeshlive Desk
सिमडेगा: झारखंड विधानसभा सदन में कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोनगाड़ी ने अपने जिला और क्षेत्र के महत्वपूर्ण मुद्दा बालू को लेकर तारांकित प्रश्न के माध्यम से जानकारी मांगी है। चूंकि आज सिमडेगा जिला में बालू को लेकर कोई भी विकासोन्मुख कार्य नहीं हो रहा है, सभी इंजिनियरिंग विभाग के संवेदक बालू के लिए त्राहि-त्राहि कर रहा है। अगर कोई संवेदक काम भी कर रहा है तो चोरी छिपे अन्य प्रदेशों से अधिक दाम देकर काम को सम्पादित कर रहा है। किन्तु आम जन अपना घरेलू काम करने में सक्षम नहीं है। जिससे चाहकर भी बालू को लेकर काम नहीं हो रहा है। इन्हीं मुद्दों को लेकर विधायक कोलेबिरा ने सदन के जरिए प्रश्न सरकार से पूछा है। विधायक ने पूछा है कि क्या यह बात सही है कि बालू को लघु खनिज से अपग्रेड किया गया है।
क्या यह सही है कि राज्य को अनूसूचित क्षेत्रों में पेसा कानून 1996के तहत बालू समेत सभी खनिजों का अधिकार ग्राम सभा को दिया गया है। उपरोक्त खण्डों के उत्तर स्वीकारात्मक है, तो क्या सरकार लघु खनिज में रखने या ग्राम सभा द्वारा लीज कराने का विचार रखती है, तो कब तक, नहीं तो क्यों। उक्त बिन्दु पर सरकार द्वारा जो जवाब दिया गया है कि उक्त बालू घाटों को वर्गीकृत किया गया जिसमें एक ग्रेड ग्राम सभा द्वारा और जेएसएमडीसीएल के माध्यम से किया जाता है।