MD WASHIM AHMAD
बालूमाथ: प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चारदीवारी के अंदर और बाहर सफाई कि व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। अस्पताल के ठीक बाहर चारदीवारी से ठीक लगे फल दुकानों से निकलने वाला सड़ा-गला कचरा,एवं आस-पास के दुकानों से निकला हुआ मोबाइल कवर और ठेले के बचे समान, प्लास्टिक सामग्री बिना किसी रोक-टोक के स्वास्थ्य केंद्र के चारदीवारी के अंदर खुले में फेंका जा रहा है। इससे जहां एक ओर गंदगी और बदबू से आमजन परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर संक्रमण और बीमारी फैलने का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। अस्पताल जैसे अति संवेदनशील स्थल के पास इस तरह का कूड़ा-कचरा जमा होना साफ तौर पर प्रशासन और सफाई व्यवस्था में लापरवाही को उजागर करता है। अस्पताल के आसपास मच्छरों और आवारा जानवरों का जमावड़ा आम बात हो गई है। ऐसे में मरीजों और परिजनों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य केंद्र कि ऐसी गंभीर स्थिति और प्रशासन के लचर व्यवस्था को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बालूमाथ के प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप गंझू ने गहरी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां लोगों का इलाज होता है। उसी के आस- पास कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है। यह स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की घोर लापरवाही का प्रमाण है। साथ ही उन्होंने दुकानदारों से अपील भी की है कि वे स्वास्थ्य केंद्र को अपनी जिम्मेवारी समझते हुए कचरा इधर-उधर न फेंकें और सार्वजनिक स्वास्थ्य स्थल की स्वच्छता बनाए रखें।इस लचर व्यवस्था पर स्थानीय नागरिकों ने भी चिंता जताई। स्थानीय लोगों का कहना है कि कचरे के कारण दुर्गंध और बीमारियों का खतरा लगातार बना रहता है। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। अब आमजन जागरूक हो रहे हैं और चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो यह स्थिति एक बड़े स्वास्थ्य संकट को जन्म दे सकती है।