ढाका : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके सहयोगी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। उनके खिलाफ मामलों की कुल संख्या 100 से अधिक हो गया है। इन मामलों में हत्या, मानवता के खिलाफ अपराध और कई गंभीर आरोप शामिल हैं। व्यापक छात्र और सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन के कारण 5 अगस्त को उनकी बांग्लादेश अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद, सुश्री हसीना के खिलाफ पहला मामला 13 अगस्त को ढाका में दर्ज किया गया था। सौवां मामला 29 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में दर्ज किया गया था। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि वह बांग्लादेश में पूर्ववर्ती सरकार के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग किए जाने से जुड़ी मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं की जांच के लिए एक तथ्यान्वेषी टीम तैनात करेगा। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क के कार्यालय ने कहा कि उन्हें बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के नेता मुहम्मद यूनुस से टीम को बांग्लादेश भेजने का निमंत्रण मिला है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा आने वाले हफ्तों में होने वाली है।
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश से भाग जाने के बाद इस महीने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 15 जुलाई को छात्रों का आंदोलन हिंसक होने के बाद से बांग्लादेश में लगभग 650 लोग मारे गए हैं। इन आंकड़ों में मौत की वे घटनाएं भी शामिल हैं जो पांच अगस्त को हसीना के देश छोड़ने के बाद हुईं।