Mustafa Ansari
रांची: बीआईटी मेसरा ओपी क्षेत्र स्थित बीआईटी पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्रों के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। जिसमें मैकेनिकल थर्ड सेमेस्टर का छात्र राजा पासवान(20) की मारपीट के बाद रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह हॉस्टल नंबर दो में रहता था। बीआईटी पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। मृतक के शरीर में गंभीर चोट के निशान थे,कान से खून निकल रहा था। मृतक के पिता ने बीआईटी थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है। मृतक के पिता मूल रूप से बिहार के बरबीघा शेखपुरा का निवासी है। एवं वर्तमान में सदर थाना क्षेत्र के खोरहा टोली कोकर में अपना घर बनाकर रहते हैं,मृतक दो बहन व दो भाई है। पिता चंदन पासवान खादगढ़ा में झोपड़ीनुमा होटल चलाता है। दूसरी ओर पॉलिटेक्निक प्रबंधन ने 15 छात्रों को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार 14 नवंबर को पॉलिटेक्निक कैंपस में नए विद्यार्थियों का स्वागत के लिए फ्रेशर्स डे का आयोजन किया गया था। यह कार्यक्रम शाम पांच बजे शुरू हुआ और लगभग दो घंटे तक चला। इसी बीच सीनियर ग्रुप का छात्र एक लड़की का मोबाइल से फोटो ले रहा था। जिसे राजा ने विरोध किया, इसी बात को लेकर मारपीट होने लगी। साथी छात्रों व गार्ड के द्वारा बीच बचाव कर छुड़ा दिया गया। बाद में मृतक के फोन पर सूचना आया कि उसके दोस्त के साथ कैंपस के बाहर मारपीट हो रही है। जानकारी मिलते ही वह चारदीवारी फांदकर मेसरा मैदान में चला गया। जहां पहले से जमा बाहर के युवकों ने मारपीट करना शुरू कर दिया। जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी मिलने के बाद पॉलिटेक्निक प्रबंधन ने परिजनों को सूचना देकर बुलाया और कहा कि वह शराब के नशे में है। उसे इलाज के लिए रिम्स एंबुलेंस से भेजा जा रहा था। इसी बीच परिजन अपने ऑटो से घर ले कोकर स्थित घर ले आए। सुबह दूसरे दिन रिम्स में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान चार बजे उसकी मौत हो गई। शनिवार को परिजन मृतक के शरीर पर गंभीर जख्म को दिखाने को लेकर ऑटो में शव को लेकर थाना ले आए। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसकी बेरहमी से मारकर हत्या की गई है।
शनिवार को सदर इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार व बीआईटी थाना प्रभारी संजीव कुमार ने घटना स्थल पर जाकर जानकारी ली। दोनो अधिकारियों ने बताया कि मामला गंभीर है,पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा।
पिता का आरोप
पिता चंदन पासवान ने लिखित आवेदन दिया है जिसमें कहा गया है कि फ्रेशर्स डे पार्टी में छात्रों व गार्ड ने बेरहमी से मारपीट कर घायल कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। उसके शरीर में बेल्ट से मारने के निशान थे।
पॉलिटेक्निक प्रबंधन का पक्ष
यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी का कहना है कि 14 नवंबर को नए छात्र-छात्राओं के स्वागत हेतु फ्रेशर्स कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान कुछ छात्रों के बीच आपस में नोक झोंक हुई जिसे संस्थान के प्राध्यापकों तथा हॉस्टल प्रबंधन के द्वारा शांत करके छात्र-छात्राओं को छात्रावास में वापस भेज दिया गया। इस दौरान एक छात्र जिसका नाम राजा पासवान है,वह भाग कर अपने छात्रावास की ओर गया। इस आशंका को देखते हुए की फिर से आपस में छात्रों के बीच हंगामा न हो जाए छात्रावास प्रबंधन के वार्डन भी उस ओर गए। छात्रों से बातचीत के दौरान पता चला की कुछ छात्र बाउंड्री फांदकर बाहर लड़ाई झगड़ा कर रहे हैं। फिर संस्थान के सुरक्षाकर्मी और हॉस्टल प्रबंधक के लोग वहां जाकर लड़ाई-झगड़े को छूड़ाकर छात्रावास वापस भेज दिया। संस्थान के आंतरिक जांच के दौरान पाया गया कि उक्त छात्र नशे में थे उसके बाद छात्रों के अभिभावकों को सूचित किया गया कि वे अपने बच्चों को अपने साथ लेकर घर चले जाएं और सोमवार को कॉलेज जाकर रिपोर्ट करें। इस दौरान एक छात्र राजा पासवान की तबीयत खराब होने के कारण उसे बीआईटी सिक्योरिटी की गाड़ी से डिस्पेंसरी भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने उसे रिम्स रेफर किया। संस्थान प्रबंधन की ओर से एंबुलेंस से उसे रिम्स ले जाने की तैयारी की गई,इसी दौरान उसके अभिभावक आॅटो से आए और उसे अपने साथ लेकर जाने की जिद करने लगे जबकि संस्थान के द्वारा उसे एंबुलेंस से भेजें जाने का आग्रह किया जा रहा था।
अंतत: उसके अभिभावक उसको अपने साथ ऑटो से लेकर चले गए। संस्थान ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए राजा पासवान सहित 15 छात्रों को निलंबित कर दिया। हॉस्टल वार्डन लगातार छात्र के अभिभावक के संपर्क में थे और और छात्र को अच्छी चिकित्सा सुविधा के लिए रिम्स में एडमिट करने का आग्रह भी बार-बार किया गया। 15 नवंबर के दोपहर तक छात्र को रिम्स में भर्ती नहीं किया गया। शाम में पता चला कि उक्त छात्र राजा पासवान का ईलाज के दौरान निधन हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से पूरा संस्थान दुखी हैं। पुलिस प्रशासन अपना काम कर रही है और संस्थान उसमें पूरा सहयोग प्रदान कर रहा है।