बीरगंज में पत्रकारों के बर्बरतापूर्ण दमन के खिलाफ विरोध की श्रृंखला, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग

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Ashutosh Jha

काठमांडू : बीरगंज में समाचार संकलन के दौरान तीन पत्रकारों पर हुए बर्बर हमले के खिलाफ नेपाल पत्रकार महासंघ के केन्द्रीय, प्रादेशिक तथा जिला समितियों सहित पत्रकार संगठनों और मानव अधिकार निकायों ने गम्भीर आपत्ति जताई है। मंगलवार शाम को एक प्रदर्शन की खबर संकलन करते समय चन्द्रसूर्य वाणी दैनिक के सम्पादक एवं महासंघ एसोसिएट प्रदेश समिति के सदस्य धिरेन्द्र तिवारी, एभिन्यूज टेलिभिजन के अर्जुन गुप्ता और मध्य नेपाल सन्देश के अनिल ओझा पर प्रदर्शनकारी और सुरक्षाकर्मियों दोनों पक्षों से पत्थर और लाठी से हमला हुआ। इस घटना में सभी पत्रकार घायल हुए हैं।

घटना पर नेपाल पत्रकार महासंघ के केन्द्रीय महासचिव रामप्रसाद दाहाल द्वारा हस्ताक्षरित प्रेस विज्ञप्ति में इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “प्रेस स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों पर सीधा हमला” बताया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है, “समाचार संकलन के दौरान पत्रकारों पर हमला अत्यन्त निंदनीय है। यह कार्रवाई चाहे जिस भी पक्ष द्वारा की गई हो, यह प्रेस की स्वतंत्रता और नागरिकों के सूचित होने के अधिकार पर गम्भीर आघात है।” घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए महासंघ ने संबंधित निकायों से प्रेस की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील रहने का आग्रह किया है। साथ ही, घायल पत्रकारों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए उनके निःशुल्क उपचार की व्यवस्था करने की भी मांग की गई है। घटना के बाद नेपाल पत्रकार महासंघ की केन्द्रीय समिति, एसोसिएट प्रदेश कार्यसमिति, मधेश प्रदेश समिति, पर्सा जिला समिति, नेपाल पत्रकार मंच केन्द्रीय कार्यालय, राष्ट्रीय मानव अधिकार प्रतिष्ठान सहित विभिन्न संचार और मानव अधिकार संस्थाओं ने संयुक्त रूप से आवाज उठाई है। संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक पीड़ित पत्रकारों को न्याय और प्रेस स्वतंत्रता की गारंटी नहीं मिलती, तब तक विरोध आंदोलन जारी रहेगा।

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