भारत-अमेरिका ने प्रस्तावित व्यापार समझौते पर पांचवें दौर की वार्ता पूरी की

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्‍ली : भारत और अमेरिका के बीच प्रस्‍तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर जल्द सहमति बन सकती है। भारत और अमेरिका की टीमों ने बीटीए के लिए वाशिंगटन में 17 जुलाई को पांचवें दौर की वार्ता पूरी कर ली है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि भारत और अमेरिका के बीच बीटीए के लिए पांचवें दौर की बातचीत पूरी हो गई है। दोनों देशों के अधिकारियों की टीमों के बीच यह वार्ता 17 जुलाई को वाशिंगटन में सपन्‍न हुई जो चार दिनों 14 से 17 जुलाई तक चली। भारत इस्पात और एल्युमीनियम पर (50 फीसदी), वाहन (25 फीसदी) और अन्य उत्पादों पर लगे अतिरिक्त शुल्क (26 फीसदी) को हटाने की मांग कर रहा है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार भारतीय टीम वापस आ रही है।

राजेश अग्रवाल वार्ता दल का नेतृत्व कर रहे : भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल वार्ता दल का नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच यह बातचीत महत्वपूर्ण हैं, दोनों पक्ष 1 अगस्त से पहले अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। दरअसल, ट्रेड डील में भारत वस्त्र, रत्न एवं आभूषण, चमड़ा, परिधान, प्लास्टिक, रसायन, झींगा, तिलहन, अंगूर और केले जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों में टैरिफ रियायतें चाहता है। वहीं, अमेरिका वाइन, पेट्रोकेमिकल्स, कृषि उत्पाद, डेयरी, सेब, मेवे और जीएम फसलें जैसे उत्पादों पर शुल्क में छूट देने की मांग कर रहा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इसे लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि कहा, “मैंने पहले ही उल्लेख किया है कि हम मीडिया के माध्यम से बातचीत नहीं करते हैं। हम वार्ता कक्ष में बातचीत करते हैं, बातचीत चल रही है। एक बार टीम वापस आ जाए तो हमें प्रतिक्रिया और प्रगति का फीडबैक मिलेगा।” उल्‍लेखनीय है कि इस साल 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों पर उच्च जवाबी शुल्कों की घोषणा की थी। इन शुल्कों के कार्यान्वयन को 90 दिनों के लिए 9 जुलाई और फिर एक अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

भारत-ईएफटीए व्यापार समझौता एक अक्टूबर से लागू होगा : केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के चार देशों के यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के बहुप्रतीक्षित व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (टीईपीए) आधिकारिक तौर पर 01 अक्टूबर से लागू होगा। केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री ने एक्‍स पोस्‍ट में बताया कि भारत और चार देशों के यूरोपीय समूह ईएफटीए के बीच व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (टीईपीए) 01 अक्टूबर से लागू होगा। इससे निवेश और बाजार पहुंच के लाभ प्राप्त होंगे। दोनों पक्षों ने 10 मार्च, 2024 को टीईपीए पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा क‍ि दोनों पक्षों ने व्यापार, निवेश और व्यावसायिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित भारत-ईएफटीए डेस्क की शुरुआत की है। यह अगले 15 वर्षों में भारत में 100 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए टीईपीए की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह डेस्क सरकार और निजी कंपनियों दोनों के लिए ‘एकल खिड़की मंच’ के रूप में कार्य करेगा, जिससे भारत के तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में ईएफटीए-आधारित निवेशकों के लिए प्रवेश आसान हो जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि 10 मार्च 2024 को हस्ताक्षरित इस ऐतिहासिक समझौते से बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आने तथा कई क्षेत्रों में व्यापार और आर्थिक सहयोग गहरा होने की उम्मीद है। ईएफटीए ने 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश का वादा किया है। ईएफटीए यूरोप के चार देशों का एक क्षेत्रीय व्यापार संगठन एवं मुक्त व्यापार क्षेत्र है, जिसमें आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल है।

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