भारत को 731 मेगावाट विद्युत निर्यात शुरू, लोडशेडिंग की अफवाहें निराधार: ऊर्जा मंत्री खड्का

Ek Sandesh Live INTERNATIONAL

आशुतोष झा

काठमांडू: ऊर्जा, जलस्रोत तथा सिंचाई मंत्री दीपक खड्का ने कहा है कि ‘लोडशेडिंग हो रही है’ कहकर सोशल मीडिया में फैलाया जा रहा प्रचार एकदम निराधार और भ्रामक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नेपाल में बिजली उत्पादन बढ़ने के कारण अब आंतरिक मांग पूरी कर भारत को बिजली निर्यात शुरू किया गया है।

बुधवार को प्रतिनिधि सभा की पूर्वाधार विकास समिति की बैठक में बोलते हुए मंत्री खड्का ने कहा कि वर्तमान में नेपाल अपनी घरेलू मांग पूरी करने के बाद भारत को बिजली निर्यात कर रहा है। उन्होंने बताया कि पहले भारत से ३५० मेगावाट बिजली आयात की जा रही थी, लेकिन वर्षा शुरू होने के साथ ही उत्पादन में वृद्धि हुई है और अब आयात रोककर निर्यात शुरू किया गया है। उनके अनुसार, इस वर्ष सर्दियों में जब उत्पादन घटा था, तब नेपाल ने भारत से करीब १०५५ मेगावाट तक बिजली आयात किया था। लेकिन अब उत्पादन बढ़ने के साथ आम जनता और उद्योगों को पर्याप्त रूप से विद्युत आपूर्ति हो रही है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण ने पुष्टि की है कि मंगलवार मध्यरात्रि से ही भारत को ७३१ मेगावाट बिजली बेच दी गई है। मंत्री खड्का ने हाल में देश में लोडशेडिंग हो रही है कहकर फैलाई जा रही अफवाहों पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे एक सुनियोजित भ्रम फैलाने की साजिश करार दिया।

उन्होंने बताया कि विदेश में रहने वाले कुछ लोग रात को बार-बार फोन कर ‘हमारे यहां लाइट चली गई’ जैसी शिकायतें करते हैं, लेकिन जब उस क्षेत्र की जांच की जाती है, तो बिजली आपूर्ति सामान्य पाई जाती है। उनके अनुसार, सभी क्षेत्रों में नियमित आपूर्ति हो रही है और बिजली जाने की घटनाएं लोडशेडिंग नहीं, बल्कि मरम्मत, तेज हवाओं से पोल गिरना या तार टूटने जैसे तकनीकी कारणों से हो रही हैं। उन्होंने कहा, “विदेश से रात के १२ बजे भी फोन आते हैं, एक ही नंबर से बार-बार। कहते हैं कि लाइट गई है, लेकिन जब हम जांच करते हैं, तो उस इलाके में बिजली सामान्य रूप से चल रही होती है। इस तरह से भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।” मंत्री खड्का ने कहा कि नेपाल विद्युत प्राधिकरण यदि कहीं बिजली बाधित होती है, तो उसका स्पष्ट सूचना सार्वजनिक रूप से देता है। उन्होंने दोहराया कि उत्पादन में कोई कमी नहीं है, और लोडशेडिंग जैसी स्थिति बिल्कुल नहीं है।

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “हमारे पास इस समय आवश्यकता से अधिक बिजली उत्पादन हो रहा है, इसीलिए निर्यात किया जा रहा है। ऐसे में लोडशेडिंग की बात पूरी तरह गलत है।” मंत्री खड्का ने बताया कि पिछले वर्षों में भी सालभर में लगभग ७०० घंटे तक तकनीकी कारणों से बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बाधित होती रही है – जैसे कभी तूफान से पोल गिरना, कभी मरम्मत के कारण लाइन काटना, या कभी मानवीय त्रुटि। आगे की योजना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में देश के अंदर बिजली खपत तेजी से बढ़ेगी और इसके अनुसार उत्पादन भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि सोशल मीडिया में फैल रही झूठी खबरों पर ध्यान न दें और प्रमाणिक जानकारी पर ही भरोसा करें। “अफवाह पर नहीं, तथ्यों पर विश्वास करें। हम उत्पादन बढ़ा रहे हैं, आपूर्ति संतुलित है, और लोडशेडिंग का कोई खतरा नहीं है,”