भारत ने ब्रिटेन के समक्ष उठाया ‘इमरजेंसी’ फिल्म के प्रदर्शन में व्यवधान का मुद्दा

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने फिल्म अभिनेत्री और लोकसभा सदस्य कंगना रनौत की चर्चित फिल्म ‘इमरजेंसी’ के प्रदर्शन पर ब्रिटेन के सिनेमाघरों में व्यवधान पैदा किए जाने के घटनाओं की निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन की सरकार से आग्रह किया है कि वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं।

ब्रिटेन में भारतीय फिल्म ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग को अवरुद्ध किए जाने के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ब्रिटेन सरकार के साथ मुद्दा लगातार उठा रहा है। इसके अलावा भारत विरोधी तत्वों की ओर से हिंसक प्रदर्शन के भी मुद्दे लगातार उठाए जा रहे हैं। हमारा मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एकतरफा नजरिया नहीं होना चाहिए। गतिरोध पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हम आशा करते हैं कि ब्रिटेन पक्ष इस पर जिम्मेदारी के साथ कार्रवाई करेगा। हमारा लंदन स्थित उच्चायोग भारतीय समुदाय और सदस्यों की सुरक्षा और लाभ के लिए लगातार संवाद बनाए हुए है। उल्लेखनीय है कि खालिस्तान समर्थक गुटों ने ब्रिटेन और कनाडा के कुछ शहरों के सिनेमाघरों में प्रदर्शन और नारेबाजी कर फिल्म की सक्रीनिंग में व्यवधान डालने की कोशिश की है। कंगना रनौत ने इसपर चिंता व्यक्त करते हुए अफसोस जाहिर किया है कि अभिव्यक्ति की आजादी के पक्ष में भारत के नेता और स्त्री अधिकार कार्यकर्ता इसपर चुप्पी साधे हुए हैं।

कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर ब्रिटेन के सांसद बॉब ब्लैकमैन के सदन में दिए गए बयान से जुड़ी पोस्ट को साझा किया है। इसमें ब्रिटिश सांसद ने कहा है कि खालिस्तान समर्थक अराजक तत्वों ने सिनेमाघरों में फिल्म की स्क्रीनिंग को बाधित किया है। कुछ सिनेमाघरों ने अधिक व्यवधान के डर से फिल्म को वापस ले लिया है। हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को चुप कराने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। ‘इमरजेंसी’ फिल्म प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित है। यह 1975 में देश में आपातकाल घोषित किए जाने पर केन्द्रित है। पंजाब राज्य में भी कुछ स्थानों पर फिल्म के प्रदर्शन का विरोध किया गया है। विरोध के कारण अनेक सिनेमाघरों ने फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया है।