भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशान दिवस के रूप में मनाया गया

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Amit Ranjan

बरसलोया/लचरागढ़/कोलेबिरा: भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 25 दिसंबर को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रधेय अटल बिहारी वाजपेई की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में बड़ी धूम धाम से बहुउद्देशीय सामुदायिक भवन में संपन्न किया गया। इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम देश रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि, दीप प्रज्वलन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता नंदकिशोर अग्रवालने किया। कार्यक्रम का संचालन भाजपा मंडल महामंत्री रोहित साहू ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रत्याशी डॉक्टर महेंद्र भगत ने कहा कि जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक कार्य किया। वह पहली बार 1996 में 13 दिन, 1998 में 13 महीना, 1999 में पूर्व कालीन प्रधानमंत्री बने। अपने कार्यकाल में उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज योजना चलाकर चार महानगर चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई को हाईवे से जोड़ा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का भी शुभारंभ किया गया। 1998 में भारत में एक सप्ताह में ही पांच परमाणु परीक्षण किया। चंद्रयान 1 का भी कार्य इन्हीं के समय किया गया। झारखंड राज्य को बिहार से अलग कर नया राज्य देने का भी काम किया गया। सर्व शिक्षा अभियान से देश के छोटे-छोटे गांव को जोड़ने का भी कार्य इन्हीं के द्वारा किया गया और आज देश में शत प्रतिशत शिक्षित लोग होने लगे। इस अवसर पर नंदकिशोर अग्रवाल ने कहा कि अटल जी ने निःस्वार्थ भाव से देश व समाज की सेवा और भाजपा कि स्थापना के माध्यम से देश में राष्ट्रवादी राजनीति को नई दिशा दी जहां एक ओर उन्होने परमाणु परीक्षण और कारगिल युद्ध में विश्व को उभरते भारत की शक्ति का एहसास करवाया उनके विराट योगदान को देश हमेशा याद रखेगा। मंडल महामंत्री रोहित साहू ने कहा कि अटल जी भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष थें उनको कोटि कोटि नमन। उनका जनसेवा को समर्पित उनक संपूर्ण जीवन सदैव हमारी प्रेरणा बनी रहेगी। इस मौके पर नंदकिशोर अग्रवाल, डॉ महेंद्र भगत, संजय मिश्रा, रोहित साहू, संदीप साहू, जगन्नाथ ओहदार, अभिषेक साहू, गौरव अग्रवाल, नीलांबर सिंह, विक्रम पांडा, अंकित साहू, सुषमा देवी, विनीता कुमारी, भुवनेश्वरी देवी, सावित्री देवी, धनेश्वर साहू, नंदनी देवी, लीला बड़ाइक उपस्थित हुए।