Eksandeshlive Desk
जमशेदपुर: भारतीय रिज़र्व बैंक पटना द्वारा इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग और भारतीय मुद्रा प्रणाली पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ, जिसका उद्घाटन सुजीत कुमार अरविंद, क्षेत्रीय निदेशक, भारिबैं पटना, प्रभात कुमार, महाप्रबंधक, बिनीता टोपनो, महाप्रबंधक और अमित कुमार, उप-महाप्रबंधक एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया।
श्री अरविंद ने आज के डिजिटल युग में इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग की आवश्यक भूमिका और धोखाधड़ी को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा को समझने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्रों को वित्तीय प्रौद्योगिकी परिदृश्य को समझने के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान से लैस करना है। क्षेत्रीय निदेशक ने डिजिटल लेनदेन में सतर्कता और सुरक्षा की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया और छात्रों को सूचित वित्तीय प्रथाओं की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अपने साथियों के साथ अपनी सीख साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उद्घाटन के बाद भारिबैं पटना के अधिकारियों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग और भारतीय मुद्रा प्रणाली पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। प्रतिभागियों को भुगतान से संबन्धित विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक तरीकों, जैसे इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एनईएफटी, आरटीजीएस, एईपीएस, यूपीआई, यूपीआई 123 पे और उनके उपयोग एवं धोखाधड़ी के विभिन्न तरीकों और उनके निवारक उपायों के बारे में बताया गया। प्रतिभागियों को फ़र्ज़ी / धोखाधड़ी प्रस्तावों से सतर्क रहने की सलाह दी गई और इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन के दौरान किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में भी जागरूक किया गया। प्रस्तुतियों के उपरांत एक प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रतिनिधियों द्वारा डिजिटल बैंकिंग एवं समान्य बैंकिंग जागरूकता से संबंधित प्रश्नों का उत्तर दिया गया। भारतीय रिज़र्व बैंक भारत की केंद्रीय बैंकिंग संस्था है, जो देश की मौद्रिक और वित्तीय प्रणाली को विनियमित करने के लिए ज़िम्मेदार है। भारिबैं विभिन्न पहलों और नियामक उपायों के माध्यम से वित्तीय स्थिरता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।