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राँची : बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान मेसरा के यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग ने हाल ही में 20-21 सितंबर को नैनोकणों और नैनोफ्लुइड्स के हीट ट्रांसफर और विशेषता तकनीक पर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। एएनआरएफ द्वारा वित्त पोषित इस कार्यशाला में नैनोटेक्नोलॉजी और हीट ट्रांसफर में नवीनतम विकास पर चर्चा करने के लिए विशेषज्ञों और शोधकतार्ओं को एक साथ लाया गया। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए, कुलपति प्रो. इंद्रनील मान्ना, संकाय मामलों के डीन डॉ. अशोक शरण और यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ. ए. के. रॉय ने आधुनिक अनुसंधान में नैनोटेक्नोलॉजी के महत्व पर जोर दिया। संयोजक डॉ. सुशील कुमार धीमान और उनकी टीम द्वारा आयोजित इस कार्यशाला ने क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने में सफल पहल की। कार्यशाला में नैनोकणों, नैनोफ्लुइड्स और हीट ट्रांसफर तकनीकों जैसे विषयों को शामिल किया गया, जिसमें विशेषज्ञ व्याख्यान और व्यावहारिक सत्र शामिल थे। विशेषज्ञ वक्ताओं डॉ. गौतम सर्केल, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ.एस.के.धीमान, डॉ.गायरीपॉल ने विशेषता विधियों, संवर्धित हीट ट्रांसफर और नैनोफ्लुइड्स का उपयोग करके विभिन्न अनुप्रयोगों में थर्मल प्रबंधन पर चर्चा की। कार्यशाला ने शोधकतार्ओं को हीट ट्रांसफर और नैनोटेक्नोलॉजी में नए रास्ते तलाशने के लिए एक मंच प्रदान किया।
