Bihar Caste based census report : कुल 215 जातियां, 6 धर्म; 2000 से ज्‍यादा लोग किसी मजहब को नहीं मानते

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Eksandeshlive Desk

पटना: बिहार सरकार की ओर से कराई गई जातीय गणना की रिपोर्ट सोमवार को जारी कर दी गई है। अपर मुख्‍य सचिव विवेक कुमार सिंह ने रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि राज्य में कुल 2 करोड़ 83 लाख 44 हजार 160 परिवार हैं। जिसमे 13 करोड़ से ज्यादा आबादी है। जातीय गणना की रिपोर्ट के मुताबिक, 215 जातियों और कुल 6 धर्मों को मानने वाले लोगों को गिनती गई है। इनमें हिंदुओं की संख्‍या 10 करोड्, 71 लाख 92 हजार 958 यानी 81.99 फीसदी है। वहीं मुस्लिम आबादी दो करोड् 31 लाख 49 हजार 925 यानी कुल आबादी की 17.70 फीसद हैं। इसके अलावा बौद्ध धर्म की आबादी एक लाख 11 हजार 201 यानी (.08%), ईसाई की 75 हजार 238 (.05%), सिख की 14 हजार 753 (.01%) और जैन की 12 हजार 523 (.0096%) है।

जातीय गणना के अनुसार कुल आबादी 13 करोड़ सात लाख 25 हजार 310 है। जिसमे सबसे बड़ा वर्ग ओबीसी वर्ग 63% (27% पिछड़ा वर्ग+36% अत्यंत पिछड़ा वर्ग) है। दूसरा सबसे बड़ा वर्ग अनुसूचित जाति ( SC) 19.65% है। अनुसूचित जनजाति यानी एसटी वर्ग की आबादी 1.68% है। जबकि बिहार में सामान्य वर्ग की आबादी 15.52% है। जातियों की बात करें तो यादव 14.26 % के साथ सबसे आगे हैं। इसके बाद राज्‍य में मोची-चमार-रविदास 5.2% और कुशवाहा 4.27% हैं। बिहार में ब्राह्मणों की आबादी 3.66% तो भूमिहारों की 2.86% आबादी है। राज्‍य में 2146 लोग ऐसे भी हैं जो किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, एक लाख 66 हजार 566 (0.12%)लोग ऐसे भी हैं, जो अन्‍य धर्म या सभी धर्म को मानते हैं, जबकि दो हजार 146 (.0016%) लोग ऐसे हैं, जो किसी भी धर्म को नहीं मानते।

रिपोर्ट के आधार पर सभी वर्गों के विकास को लेकर काम होगा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया में अपने एक्स हैंडल पर जाति आधारित गणना में लगी टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस रिपोर्ट के आधार पर सभी वर्गों के विकास को लेकर काम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के नौ दलों की बैठक बुलाई जाएगी। जाति आधारित गणना के परिणाम से उन्हें अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। बिहार विधानसभा के सभी नौ दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी।

पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाएंगे: लालू प्रसाद यादव

लालू प्रसाद यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि “हमारा शुरू से मानना रहा है कि राज्य के संसाधनों पर न्यायसंगत अधिकार सभी वर्गों का हो। केंद्र में 2024 से जब उनकी सरकार बनेगी तब पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाएंगे। दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे।”